दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के साइबर सेल ने इंटरनेट बैंकिंग के जरिए बैंक अकाउंट को हैक करके करोड़ो की हेराफेरी करने की फिराक में रहने वाले जालसाजों को गिरफ्तार किया है. इस हैकिंग में और कोई नही बल्कि बैंक के ही 3 कर्मचारी भी शामिल थे. दरअसल, एक बड़े निजी बैंक की तरफ से दिल्ली पुलिस के CyPAD को एक शिकायत दर्ज करवाई ने जिसमे आरोप लगाया गया कि उनके एक एनआरआई बैंक अकाउंट में बहुत सारे अवैध ट्रांजैक्शन इंटरनेट बैंकिंग द्वारा किए गए हैं. इसके साथ ही धोखाधड़ी से उस अकाउंट की चेक बुक भी हासिल कर ली थी. इस शिकायत के बाद CyPAD की एक टीम ने जांच शुरू कर दी और टेक्निकल सर्विलांस से उस अकाउंट पर नजर रखना शुरू कर दिया.
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दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट ने उस एकाउंट में सेंध लगाने की हर कोशिश को ना सिर्फ विफल किया बल्कि लगातार नजर रखते हुए इन शातिरों के ठिकाने तक पहुंच गए, जिसके बाद दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 20 स्थानों पर छापे मारकर कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए 12 आरोपियों में से 3 निजी बैंक के कर्मचारी हैं. इन्ही बैंक के कर्मचारियों ने अकॉउंट में केवाईसी अपडेट के नाम पर उस अकाउंट का नंबर हासिल करके एकाउंट में सेंध लगवाई.
गिरफ्तार किए गए लोग के नाम
- आर जायसवाल (आयु- 31 वर्ष) निवासी गाजियाबाद, यूपी
- जी शर्मा (आयु -30 वर्ष) निवासी गाजियाबाद, यूपी
- ए. कुमार (आयु-35 वर्ष) निवासी ग्रेटर नोएडा, यूपी
- ए. तोमर (आयु-26 वर्ष) निवासी हापुड़, यूपी
- एच. यादव (आयु- 30 वर्ष) निवासी गाजियाबाद, यूपी
- एस.एल. सिंह (आयु- 41 वर्ष) निवासी बुलंदशहर, यूपी
- एस तंवर (आयु- 34 वर्ष) निवासी गुड़गांव, एचआर
- एन.के. जाटव (आयु- 33 वर्ष) निवासी झांसी यूपी
- एस सिंह (आयु- 40 वर्ष) निवासी बागपत यू.पी
- डी. चौरसिया (आयु- 27 वर्ष) निवासी राय बरेली, उत्तर प्रदेश (एचडीएफसी कर्मचारी)
- ए सिंह (आयु- 29 वर्ष) निवासी गोंडा, यूपी (एचडीएफसी कर्मचारी)
- महिला एचडीएफसी कर्मचारी (नाम रोक दिया गया)
आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि जो इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड है को पता चला कि बैंक में एक एकाउंट है जो एक एनआरआई के नाम पर है वो खाता निष्क्रिय है और उसमे बड़ा अमाउंट जमा है. ये जानकारी उसने अपने और साथियों को दी. इसके बाद इन सबने अकाउंट की तमाम जानकारी निकालनी शुरू की और फिर निजी बैंक की एक महिला कर्मचारी की मदद से उन्होंने उक्त खाते की चेक बुक भी जारी करवा ली. इसके लिए उन्होंने उस महिला कर्मचारी को 10 लाख रुपये और अपना काम शुरू करने के लिए 15 लाख रुपये देने का वादा किया. पहले इन्होंने 3 बार कोशिश की अकाउंट से पैसे निकालने की, जिसमें से दो मामले पहले गाजियाबाद, एक मोहाली, पंजाब में दर्ज किया गया था. गिरफ्तार किए गए डी. चौरसिया और ए.सिंह (दोनों निजी बैंक के कर्मचारी है, इन्होंने केवाईसी से जुड़े फोन नंबर को अपडेट किया जिसके बाद चेक बुक हासिल की थी, जबकि इनके अन्य साथी इंटरनेट बैंकिंग में लॉगिन करने की कोशिश कर रहे थे. एक बार अकॉउंट से 5 करोड़ निकलने की कोशिश की गई, लेकिन साइबर सेल ने अकाउंट पर नजर बनाए रखी थी, जिसके चलते एक बड़ी साजिश नाकाम कर दी गयी.
HIGHLIGHTS
- दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट ने सेंध लगाने की कोशिश को नाकाम किया
- दिल्ली पुलिस ने दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 20 स्थानों पर छापे मारे