दिल्ली से सटे नोएडा में एक डिजिटल रेप का मामला सामने आया है. इस पर नोएडा के थाना सेक्टर-39 में एक 81 साल का बुजुर्ग सात साल से नाबालिग लड़की के साथ डिजिटल रेप कर रहा था. आरोपी पीड़िता से 10 की उम्र से 17 साल की उम्र तक डिजिटल रेप करता रहा. पीड़िता ने पुलिस को आरोपी का ऑडियो वीडियो दिया तो पुलिस एक्शन में आ गई. पुलिस ने आरोपी बुजुर्ग को गिरफ्तार कर लिया है.
सेक्टर 46 में रहने वाला आरोपी मूल रूप से इलाहाबाद का रहने वाला है. आरोपी पहले हिंदू था और फिर उनसे क्रिश्चियन धर्म आपना कर आपना नाम मेरिस राइडर रख लिया. डिजिटल रेप का केस सामने आते ही लोग इस रेप के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं. नोएडा के सेक्टर-39 क्षेत्र में रहने वाला बुजुर्ग चित्रकार अपनी नाबालिग नौकरानी से डिजिटल रेप कर रहा था. अब पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है.
जानें क्या होता है डिजीटल रेप
इस डिजिटल रेप का मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस से कोई लेना-लेना नहीं है. डिजिटल रेप का मतलब यह नहीं कि किसी लड़की या लड़के का शोषण इंटरनेट के माध्यम से किया जाए. यह शब्द दो शब्दों यानी डिजिटल और रेप से बना है. अंग्रेजी के डिजिट का मतलब जहां अंक होता है वहीं अंग्रेजी शब्दकोश के मुताबिक उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली इन शरीर के अंगों को भी डिजिट से संबोधित किया जाता है. यानी यह बलात्कार की वह स्थिति है जिसमें उंगली, अंगूठा, पैर की अंगुली का इस्तेमाल नाजुक अंगों पर किया गया हो, डिजिटल रेप कहा जाता है.
Source : News Nation Bureau