अगर आप किसी ब्रोकरेज कंपनी के साथ निवेश कर रहे हैं और कंपनी पर भरोसा करके अपने पोर्टफोलियो पर नजर नहीं रखते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि कभी भी आपका पोर्टफोलियो साफ हो सकता है. जी, हां कुछ ऐसा ही हुआ है नोएडा की एक कंपनी के ग्राहक के साथ. दरअसल, सेक्टर 63 में स्थित एक मास्टर ट्रस्ट कंपनी के मैनेजर और अकाउंट डिपार्टमेंट में काम करने वाले 2 लोगों पर डीमैट अकाउंट से 75 लाख रुपये पर हाथ साफ करने का आरोप लगा है. शिकायत के बाद कंपनी की इंटरनल जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद सेक्टर 63 थाने की पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इन आरोपियों में से अजित सिंह के खाते में मौजूद 15 लाख व डीमैट खाते में मौजूद 25 लाख रुपये सीज कर दिए गए है.
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ईमेल आईडी और फोन नम्बर बदल कर की जालसाजी
नोएडा पुलिस की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट में बताया गया कि गाजियाबाद के वसुंधरा का रहने वाला आरोपी अजीत सिंह सेक्टर 63 की ट्रेडिंग कंपनी में मैनेजर की पोस्ट पर तैनात था. उसने इसी कंपनी के अकाउंट डिपार्टमेंट में काम करने गाजियाबाद के रहने वाले अनूप कुमार और विजय त्रिपाठी के साथ मिलकर इस गोरखधंधे को अंजाम दिया. डीमैट अकाउंट में सेंधमारी करने के लिए ईमेल और फोन नम्बर और अन्य दस्तावेज बदल कर 75 लाख रुपए पर हाथ साफ कर दिया. पिलाल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
HIGHLIGHTS
कंपनी के कर्मचारियों ने ही इस वारदात को दिया अंजाम
मोबाइल नम्बर और ई-मेल आईडी बदलकर किया वारदात
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार, अकाउंट फ्रीज