कोरोना वायरस से बचाव के लिए देश में 3 मई तक लॉकडाउन लगा दिया गया है. लेकिन इसके बाद भी लोग कर्फ्यू पास के उल्लंघन से बाज नहीं आ रहे हैं. एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. लॉकडाउन में दादी की मौत का बहाना बनाकर दो युवकों ने लड़की को भगाने के लिए एक झूठी कहानी गढ़ दी.
ये था पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक कुल्लू और सरकाघाट के दो युवक मनाली में रह रहे थे. ये दोनों एसडीएम के पास पहुंचे और उनसे अपनी दादी की मौत का बहाना बनाकर उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कर्फ्यू पास बनाने की मांग की. एसडीएम ने उनकी बात मानकर मनाली से सरकाघाट के लिए कर्फ्यू पास बना दिया. ये पास लेकर निकले लेकिन दोनों की गाड़ी जंजैहली के लिए घूम गई. बगस्याड में पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान दोनों को पकड़ा. इसके बाद भी इन्होंने पुलिस को चकमा देने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. दोनों ने पुलिस को बताया कि दादी की मौत हो गई है और वह जंजैहली अपनी बहन को लेने के लिए जा रहे हैं.
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पुलिस को हुआ शक
जब पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो इनकी बातों से पुलिस को इन पर शक हो गया. इसके बाद इन्होंने पुलिस को चकमा देने के लिए एसडीएम थुनाग को फोन किया और बहन को लाने की बात कही. एसडीएम थुनाग ने इन्हें अपनी बहन को ले जाने की अनुमति दे दी. एसडीएम को इनमें से एक युवक ने अपने पिता नंबर भी दिया. यह नंबर उन्हीं के पास था. जब एसडीएम ने फोन बात की तो इसी युवक ने आवाज बदलकर एसडीएम को चकमा देने की कोशिश की. एसडीएम को भी इन पर शक हो गया. उन्होंने पुलिस वालों को इन पर निगरानी रखने को कहा.
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लड़की भगाने की थी योजना
दोनों युवक यहां से जंजैहली के लिए चले. यहां दोनों एक लड़की का इंतजार करने लगे लेकिन वह नहीं आई. पुलिस इनके पीछे लग गई. दोनों वहां से अंधेरा होते ही खाली हाथ लौटने लगे. जब वह नाके पर पहुंचे तो पुलिस ने पुछा कि तुम्हारी बहन कहा तो दोनों युवकों के पास कोई जवाब नहीं था. पुलिस दोनों को लेकर थाने पहुंची तो दोनों ने पुलिस को दबी जुबा में बताया कि लड़की ने धोखा दे दिया. दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है.
Source : News State