बिहार के मुजफ्फरपुर से एक बड़ी घटना की खबर आ रही है. यहां जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गई है, लेकिन जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन इसे लीपापोती करने में लगी है. घटना की सूचना मिलते ही मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंत कांत ने गुरुवार की देर रात गांव में जाकर छानबीन की तो वहीं डीएसपी पूर्वी ने डॉग स्क्वायड की टीम के साथ गांव में कैम्प कर दो कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पुलिस के डर से गांव के पुरुष गांव छोड़ फरार हो गए हैं तो महिलाएं कैमरा पर कुछ भी नहीं बता रही हैं.
आपको बता दें कि बिहार में शराब बेचने और पीने पर पूरी तरह से पाबंदी है, लेकिन लोग चोरीछिपे शराब बेचते और पीते है. शराब माफिया अवैध रूप से लोगों को जहरीली शराब बेच रहे हैं, जिससे लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है. शराब का अवैध कारोबार पुलिस और जिला प्रशासन की शह पर होता है. इसे लेकर कई बार लोगों ने स्थानीय पुलिस से इसकी शिकायत की, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई.
यहीं कारण है कि मुजफ्फरपुर के कटरा थाना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों ने अपनी जान गंवा दी, जिससे पूरे गांव में मातम छा गया है. सूचना पर आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने पांचों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बताया जा रहा है कि पुलिस मामले में लीपापोती करने में जुटी है. वहीं, पुलिस के डर से पूरे गांव के पुरुष गांव छोड़कर फरार हो गए हैं.
हरपालपुर में जहरीली शराब पीने से चार की मौत, सरकार की सख्ती बेअसर
मध्य प्रदेश में सरकार अवैध शराब पर चाहे जितनी भी सख्ती दिखा दे, राज्य में इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है. उज्जैन और मुरैना के बाद अब बुंदेलखंड के हरपालपुर में शराबकांड हुआ है, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है. आपको बता दें कि हरपालपुर के ग्राम परेथा में जहरीली शराब पीने से 3 दिनों में 4 लोगों की मौत हो गई है. इस शराबकांड के बाद से पूरे गांव में भय और दहशत का माहौल है. पिछले पांच महीने में प्रदेश में जहरीली अवैध शराब पीने से मौतों की यह तीसरी घटना है.
Source : News Nation Bureau