वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश मामले में एक अहम खुलासा हुआ है। जिस पिस्टल से गौरी लंकेश की हत्या की गई है वही पिस्टल वामपंथी विचारक एमएम कलबुर्गी की हत्या में इस्तेमाल की गई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट में यह पता चला है कि लंकेश और कलबुर्गी की हत्या में एक ही बंदूक यानी 7.65 एमएम देसी पिस्टल इस्तेमाल की गई है।
यहां एक और मामला यह है कि कलबुर्गी और कम्युनिस्ट नेता गोविंद पानसारे की हत्या में भी एक ही हथियार का इस्तेमाल किया गया था।
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बता दें कि अगस्त 2015 में वामपंथी विचारक और हंपी यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर एमएम कलबुर्गी की उनके घर में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
तीनों मर्डर केस में एक ही हथियार के इस्तेमाल से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि तीनों हत्याओं में एक ही हथियार का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
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Source : News Nation Bureau