उत्तरी दिल्ली पुलिस ने सब्ज़ी मंडी थाना क्षेत्र से बच्चे चोरी करने वाले गैंग को गिरफ्तार किया है. पुलिस को सूचना मिली थी कि दिल्ली के तीस हज़ारी कोर्ट के पास बच्चा चोरी करने के बाद उसे बेचने के इरादे से गैंग की महिला सदस्य परवीन खातून आ रही है. पुलिस वालों ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया. इसके लिए फर्जी दंपति राकेश और अंजू का सहारा लिया. उन्होंने परवीन और संतोष नाम के शख्स से कहा कि उन्हें बच्चा चाहिए. परवीन ने पास से एक घर से एक महीने के बच्चे को लाकर उन्हें दिया और पैसे लेनदेन के दौरान ही पुलिस ने आरोपियो को धर दबोचा.
प्रवीण खातून और सतीश ने राकेश को बताया कि दिल्ली के मंगोलपुरी में रहने वाली संतोष नाम की एक महिला नाबालिग बच्चे की व्यवस्था करेगी. उसके बाद राकेश और अंजू दिल्ली के मंगोलपुरी पहुंचे, जहां संतोष मिली. संतोष ने मौके पर मधु नाम की एक महिला को बुलाया. सौदे को अंतिम रूप देने के बाद राकेश और अंजू ने सभी चार संतोष, सतीश, प्रवीण खातून और मधु को नाबालिग बालिकाओं के साथ बर्फ़खाना, सब्जी मंडी, दिल्ली में बुलाया. राकेश ने प्रवीण खातून को नकद भुगतान किया जिससे आरोपी प्रवीण खातून ने मधु, सतीश और संतोष को कुछ पैसे दिए.
उक्त राशि प्राप्त करने के बाद आरोपी मधु सिंह ने बच्चे की कस्टडी अंजू को सौंप दी. राकेश के संकेत मिलने के बाद, पुलिस ने सभी आरोपियों को पकड़ लिया और राशि बरामद कर ली.
HIGHLIGHTS
- सब्ज़ी मंडी थाना क्षेत्र से बच्चे चोरी करने वाले गैंग को गिरफ्तार किया है
- पैसे लेनदेन के दौरान ही पुलिस ने आरोपियो को धर दबोचा.