दिल्ली NCR और और देश के अन्य हिस्सों में पढ़ने वाले छात्रों को ड्रग्स सप्लाई करने के खुलासा करते हुए 29 लाख रुपए की कीमत की ड्रग्स बरामद की गई है. इसे लेकर ग्रेटर नोएडा के डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी कैलिफ़ोर्निया से ड्रग्स मंगाया करते थे और नोएडा, ग्रेटर नोएडा व दिल्ली-NCR, मुंबई सहित देश के कई हिस्सों में सप्लाई किया करते थे. आरोपियों ने अलग-अलग सोशल मीडिया ऐप के माध्यम से ड्रग्स की सप्लाई किया करते थे और उनके द्वारा टेलीग्राम पर एक-एक ग्रुप भी बनाया गया था, जिसमें करीब 300 लोग एड थे. साथ ही ड्रग्स के सौदागर अलग-अलग बैंकों के UPI पर पेमेंट लिया करते थे और क्रेफ्टो करेंसी के जरिए ड्रग्स का भुगतान करते थे. पकड़े गए तीनों लोगों के बैंक खातों में करीब 14-14 लाख रुपये मौजूद मिले हैं.
इसके बाद पुलिस का कहना है कि ये आरोपी सैकड़ों स्टूडेंट्स को अपना बायर्स बनाए हुए थे. कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को ड्रग्स सप्लाई किया करते थे. इस कारोबार को लेकर पुलिस को सुराग मिला है कि पिछले एक साल से ये तीनों आरोपी अपने अन्य नेटवर्क के साथ नशीले पदार्थों की सप्लाई करने का काम कर रहे थे.
पुलिस को जानकारी ये भी मिली है कि ड्रग्स की तस्करी में गिरफ्तार ये तीनों आरोपी अलग-अलग कूरियर कंपनियों के माध्यम से ड्रग्स सप्लाई किया करते थे और कूरियर कंपनियों द्वारा इनका पैकेट स्कैन नहीं किया गया था. अब पुलिस की तफ्तीश में कई अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जिसको लेकर पुलिस काम कर रही है. पुलिस आने वाले दिनों में इस नेटवर्क की कमर तोड़ने के लिए इस गैंग के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी भी की जाएगी.
पकड़े गए आरोपियों के नाम
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने ऑनलाइन ड्रग्स सप्लाई की सूचना पर काम करते हुए इस गैंग के भानू, अधिराज और सोनू को गिरफ्तार किया है. पकड़ा गया सोनू टेलीग्राम ऐप पर ग्रुप का एडमिन था और वो ग्रुप में आने वाली ड्रग्स की सप्लाई को पहुंचाने का काम करता था.
Source : Amit Choudhary