प्रयागराज उमेश पाल हत्याकांड में सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. गुड्डू मुस्लिम इसमें बमबाजी करता दिख रहा है. कई साल पहले गुड्डू मुस्लिम उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयुष चौधरी के नाम से रहा करता था. अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले लखनऊ विश्वविद्यालय में कई छात्रों के साथ मिलकर उसने बमबाजी कल्चर को लखनऊ विश्वविद्यालय में शुरू किया. माफिया अतीक अहमद के साथ और बमबाजी में शुमार गुड्डू मुस्लिम सबसे पहले राजधानी लखनऊ में जब आया तब उसका नाम आयुष चौधरी हुआ करता था. बदले हुए नाम के साथ राजधानी लखनऊ के विश्वविद्यालय स्थित चंद्रशेखर हॉस्टल में वह कई वर्षों तक रहा. जिन वर्षों के दौरान वह यहां रहा उसी दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय में भी कई बमबाजी की घटनाएं हुईं. यहां तक कि लखनऊ विश्वविद्यालय में बमबाजी के कल्चर को शुरू और खत्म दोनों गुड्डू मुस्लिम ने ही किया.
उस समय के तत्कालीन सीओ महानगर राजेश पांडे बताते हैं की गुड्डू मुस्लिम लखनऊ विश्वविद्यालय के चंद्रशेखर आज़ाद हॉस्टल में रहा करता था. तब आयुष चौधरी और आशीष चोधरी यह दो नाम से अपनी पहचान यहां पर बना रखी थी. गुड्डू मुस्लिम प्रयागराज के चकिया का नहीं बल्कि मूल रूप से सुल्तानपुर के गोसाईगंज के ईटोली का रहने वाला है. लखनऊ विश्वविद्यालय के अलग.अलग गुटों के लिए काम किया करता था. इसमें यह अभय सिंह और धनंजय सिंह के लिए बमबाजी करता था और तमाम बड़ी घटना विश्वविद्यालय में हुई. विश्वविद्यालय में भी उस वक्त सबसे ज्यादा तनाव का दौर हुआ करता था.
उस समय के तत्कालीन सीओ महानगर राजेश पांडे बताते हैं की लखनऊ विश्वविद्यालय में गुड्डू मुस्लिम धनंजय सिंह और अभय सिंह के लिए बमबाजी किया करता था. छात्र नेता रहे अनिल सिंह बीरू से झगड़ा होने पर लखनऊ विश्वविद्यालय में गुड्डू मुस्लिम के बम चलते थे. इतना ही नहीं हाथ से बारूद तौल कर गुड्डू मुस्लिम 5 मिनट में बम बनाने का माहिर है. गुड्डू मुस्लिम जेब में बम लेकर घूमता है. बीते 20 सालों से गुड्डू मुस्लिम अतीक अहमद के लिए काम कर रहा था, लेकिन इसके साथ ही वह हर माफिया के संपर्क में था. 16 साल की उम्र से अपराध की दुनिया में क़दम रखने वाला गुड्डू मुस्लिम के बाद आज उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ.
Source : News Nation Bureau