दिल्ली और गुरुग्राम में एक युवती के साथ लव जेहाद, गैंगरेप, धर्म परिवर्तन और बीफ खिलाने का दरिंदगी भरा मामला सामने आया है, जिसमें काफी टालमटोल के बाद गुरुग्राम पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज करके मामला दिल्ली पुलिस के पहाड़गंज थाने को भेजा है. पीड़ित युवती ने न्यूज नेशन को ऑन कैमरा अपने साथ हुई आपबीती के बारे में बताया कि कैसे 21 जुलाई 2021 को आरोपी सैफ अपने किसी जानकार की नौकरी लगवाने के बहाने युवती से बातचीत की और उसका मोबाइल नंबर ले लिया, उसके बाद फॉलो करने का सिलसिला और दोस्ती का दावा. बहाने से मिलने बुलाया, खाने में कोई नशीला पदार्थ मिलाया, जिससे युवती की तबीयत खराब होने लगी और उसे पहाड़गंज के एक होटल में ले जाकर बेहोशी की हालत में रेप किया और वीडियो बना ली.
सुबह पीड़िता की आंख खुली तो सैफ का दूसरा रूप देखने को मिला. युवती के बदन पर कपड़े नहीं थे. सैफ ने उसका रेप का वीडियो दिखाया, उसके बाद उस वीडियो को इंटरनेट पर डालने की धमकी देकर फिर रेप करता रहा. पीड़िता का कहना है कि वह गुहार लगाती रही कि उसके घरवालों से बात करा दे क्योंकि वह उसके गायब होने से चिंतित होंगे, लेकिन आरोपी ने उसका मोबाइल अपने कब्जे में रखा और उससे कई बार मारपीट की, सिगरेट से दागा और ब्लैकमेल करके आनंद विहार के एक होटल में ले गया. वहां भी प्रताड़ना का यही सिलसिला चला. उसके बाद बिहार अपने घर ले गया. युवती का कहना है कि बिहार में स्टेशन से निकलने के बाद एक सुनसान जगह पर ले जाकर आरोपी युवक, उसके पिता और दोस्तों ने सुनसान जगह पर ही उसके साथ गैंगरेप किया.
FIR में पीड़िता के बयान में वारदात की पूरी दास्तान है, रेप और गैंगरेप बार.बार हुआ. आरोप है कि बाद में सैफ के अन्य रिश्तेदारों ने भी रेप किया. एक रोज गर्दन पर चाकू रखकर कलमा पढ़वाया और आरोपी सैफ की बुआ ने उसकी छाती पर बैठकर गौ मांस उसके मुंह में ठूंसा. उसे कहा कि अब वह हिंदू नहीं रही है. पीड़ित का कहना है कि गुरुग्राम पुलिस को जब उसने शिकायत की तो पुलिस ने उसकी एक न सुनी, उल्टा उसे जलील किया. एक लेडी कॉन्स्टेबल ने थाने में उसके कपड़े उतरवाकर उसकी चोटों को देखा, लेकिन मेडिकल जांच तक नहीं करवाई.
पीड़िता एफआईआर के लिए थाने और पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगाती रही, इधर आरोपी सैफ किराए के घर को छोड़कर भाग गया. उधर, उसके घर वाले पीड़िता को ही सैफ के लापता होने का जिम्मेदार बताकर मारने की धमकी देने लगे. पीड़ित फिर थाने पहुंची तो उससे सैफ की फोटो लाने के लिए कहा गया. वह गुरुग्राम की एक दुकान पर फोटो बनवाने गई तो उसकी आर्थिक हालत इतनी खराब थी कि उसके पास फोटो बनवाने के भी पैसे नहीं थे. आंखों में आंसू भर आए, ऐसे में दुकान मालिक और वहां मौजूद सोशल वर्कर गौरव आर्य ने आपबीती पूछी. पीड़िता ने उन्हें अपनी आपबीती बताई तो उन्होंने कानूनी कार्रवाई में मदद दिलाने के लिए साथ दिया और थाने के चक्कर लगाने शुरू किए. तब कहीं जाकर गुरुग्राम पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज करके पहाड़गंज पुलिस को मामला सौंप दिया.
सोशल वर्कर गौरव आर्य का कहना है कि पहाड़गंज थाने में भी गुरुग्राम पुलिस और पहाड़गंज पुलिस के बीच घंटों कहासुनी होती रही. सीमा विवाद को लेकर बहस चलती रही. यही वजह है कि अभी तक पहाड़गंज पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
सोशल वर्कर गौरव आर्य ने कहा कि पीड़िता एक फोटो स्टेट की शॉप पर मिली जिसके पास आरोपी की फोटो निकलवाने के पैसे भी नहीं थे. उसे ही रोता देखकर उन्होंने और दुकान मालिक ने वजह जानी तो पैरों तले जमीन खिसक गई. पीड़िता की आपबीती न सिर्फ लव जिहाद बल्कि धर्मांतरण और गौ मांस खिलाने जैसी दरिंदगी की गई. गुरुग्राम पुलिस ने पीड़िता की शिकायत को पहले टाल दिया था. वह खुद पीड़िता को लेकर गुरुग्राम और पहाड़गंज के थानों में सुबह से शाम तक खड़े रहे, लेकिन पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही और आखिरकार गुरुग्राम पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज की, लेकिन अभी तक दिल्ली पुलिस ने कोई कारवाई नहीं की है.
गौ रक्षक मोनू मानेसर ने कहा कि पीड़िता के साथ जो कुछ हुआ वह सुनकर आंखों में आंसू आने को हुए. गुरुग्राम में इस तरह की वारदात और गोमांस खिलाने की साजिश के मामले तमाम आ चुके हैं, जिसमें उनकी टीम लगातार काम करती रही है. इस मामले में भी वह कानूनी सहायता दिलाने के लिए एकजुट हैं।
पहाड़गंज पुलिस पर आरोप है कि वो इस मामले में आगे की कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, इस बाबत डीसीपी सेंट्रल को msg के जरिए डिटेल भेज कर जानकारी मांगी गई, लेकिन उन्होंने न कॉल का रिप्लाई दिया, ना ही मैसेज पर कोई प्रतिक्रिया दी.
Source : Avneesh Chaudhary