एक पाकिस्तानी महिला जासूस के साथ देश की संवेदनशील जानकारी शेयर करने के आरोप में शुक्रवार को DRDO (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट) की लैबोरेटरी के एक इंजीनियर (DRDO engineer) को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि हैदराबाद स्थित DRDL (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लैबोरेटरी) के इंजीनियर ने देश के मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम की खुफिया जानकारी शेयर की. महिला जासूस ने ब्रिटेन के डिफेंस जर्नल की पत्रकार के तौर पर अपनी पहचान बताकर जानकारी निकलवाई.
कई धाराओं में दर्ज हुआ केस
तेलंगाना पुलिस ने बताया कि 29 साल का आरोपी दुक्का मल्लिकार्जुन रेड्डी विशाखापट्टनम का रहने वाला है और DRDO के एडवांस नेवल सिस्टम प्रोग्राम की बालापुर स्थित रिसर्च सेंटर इमारत (RCI) में क्वालिटी एश्योरेंस इंजीनियर के तौर पर काम करता है. उसे राचाकोंडा पुलिस और बालापुर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस टीम ने मीरपेठ में उसके घर से हिरासत में लिया.
उस पर भारतीय कानून संहिता के सेक्शन 409 (क्रिमिनल ब्रीच ऑफ ट्रस्ट) और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 के कई सेक्शंस के तहत केस किया गया है. पुलिस को उसके पास से दो मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड और एक लैपटॉप बरामद हुआ है.
रेड्डी ने 2020 में DRDO की लैब में कॉन्ट्रैक्चुअल बेसिस पर नौकरी जॉइन की थी. तभी उसकी दोस्ती पाकिस्तानी जासूस से हुई. रेड्डी ने 2020 में DRDO की लैब में कॉन्ट्रैक्चुअल बेसिस पर नौकरी जॉइन की थी, तभी उसकी दोस्ती पाकिस्तानी जासूस से हुई.
फेसबुक पर किया गया हनी ट्रैप
पुलिस के मुताबिक, दो साल तक एक प्राइवेट कंपनी के साथ काम करने के बाद रेड्डी ने 2020 में DRDO की लैब में कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी जॉइन की. उसने अपने फेसबुक प्रोफाइल में लिखा था कि वह DRDO की लैब के लिए काम करता है.
पाकिस्तानी जासूस ने नताशा राव नाम से एक फेक अकाउंट बनाकर उसे हनी ट्रैप कर लिया था. यह जासूस नताशा राव के अलावा सिमरन चोपड़ा और ओमिशा अद्दी जैसे कई नामों का भी इस्तेमाल करती थी. वह दो सालों से नताशा के संपर्क में था. इन दो सालों में उसने RCI के मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम से जुड़े फोटो और दस्तावेज फेसबुक के जरिए जासूस के साथ शेयर किए.
मार्च 2020 से दिसंबर 2021 तक संपर्क में रहे दोनों
पुलिस ने बताया कि मार्च 2020 में मल्लिकार्जुन रेड्डी को नताशा राव की फ्रेंड रिक्वेस्ट आने के बाद से दिसंबर 2021 तक दोनों संपर्क में रहे. शुरुआत में नताशा राव ने खुद को UK डिफेंस जर्नल की कर्मचारी बताया और कहा कि वह पहले बेंगलुरु में रहती थी. उसके पिता भारतीय वायुसेना में थे, जो बाद में ब्रिटेन शिफ्ट हो गए.
उसने मल्लिकार्जुन से उसके प्रोफेशन, ऑफिस की लोकेशन और कंपनी के बारे में पूछा. इस बातचीत में आरोपी ने नताशा के साथ खुफिया जानकारी शेयर की. आरोपी ने बाद में उसके साथ अपना बैंक अकाउंट भी शेयर किया.
Source : Punit Pushkar