हैदराबाद पुलिस ने गुरुवार को एक दंपति को गिरफ्तार किया है। दंपति पर आरोप है कि उन्होंने एक बच्ची की 'सुपर ब्लू ब्लड मून' के दिन गला काटकर बलि दी थी।
केरुकोंडा राजशेखर नाम के कैब ड्राइवर ने अपनी पत्नी श्रीलता के साथ एक तांत्रिक के कहने पर बलि चढ़ाई थी।
रचकोंडा पुलिस कमिश्नर महेश एम भागवत ने बताया कि 1 फरवरी को कैब ड्राइवर के घर की छत पर एक बच्ची का कटा हुआ सिर मिला था।
उन्होंने बताया, 'बच्ची के कटे हुए सिर के बारे में पुलिस को डायल 100 पर सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज की गई और जांच शुरू की गई।'
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पुलिस कमिश्नर के अनुसार जांच में पता चला कि आरोपी ने पुलिस को पहले गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन डीएनए टेस्ट से सब सच्चाई बाहर आ गई।
आरोपी ने एक बच्ची को फुटपाथ से उस वक्त किडनेप किया था जब वो बच्ची के अपने माता-पिता के बाजू में सो रही थी। वह उस बच्ची की फीडिंग बॉटल भी ले गया था ताकि काले जादू में इस्तेमाल कर सके।
आरोपी कैब ड्राईवर मूसी नदी के पास बच्ची को ले गया और गला काट दिया। उसने बच्ची के धड़ को नदी में फेंक दिया और कटे हुए सिर को एक पॉलीथीन में रखा काले जादू की प्रक्रिया पूरी करने के लिए घर ले गया।
दंपती ने अपने घर के लिविंग रूम में बच्ची के कटे हुए सिर को बलिवेदी पर रखा और क्षुद्र पूजा (काला जादू) किया। चंद्रग्रहण की रात में काला जादू और नरबलि देने के बाद आरोपी ने बच्ची के सिर को दक्षिण पश्चिम में फेंक दिया था।
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Source : News Nation Bureau