हमारे देश में लोगों पर अंधविश्वास इतना हावी है कि इसके आड़ में लोगों को बरगलाना बहुत ही आसान हो जाता है. आज भी लोग गांवों या छोटे कस्बों में अपना हित साधने के लिए या आपसी रंजिश की वजह से महिलाओं को डायन बता देते हैं. सबसे ज्यादा बिहार और झारखंड में महिलाओं को डायन या चुड़ैल बता कर उनका शोषण किया जा रहा है. अभी हाल ही में बिहार के मुजफ्फरपुर में 3 महिलाओं को डायन बताकर लोगों की भीड़ के सामने मल-मूत्र पिलाया गया. इतना ही नहीं बल्कि उनके बाल मुंडवा कर पूरे गांव में नंगा भी घुमाया गया.
देश में ऐसे मामलों की संख्या बढ़ते देखकर भी इस पर अब तक कोई कानून नहीं बन पाया है. हालांकि बिहार और झारखंड में इसके खिलाफ कानून बनाया गया है लेकिन फिर भी इससे बेखौफ लोग इस जघन्य घटना को अंजाम देते हैं. हर साल कई महिलाएं इस अंधविश्वास की भेंट चढ़ती है. इसके अलावा देश में तांत्रिकों का जाल भी हर जगह बिछा हुआ है जहां वो लोगों को डराकर उनका शोषण करते हैं या फिर उनसे ठगी करके अपना हित साधते है.
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वहीं अधंविश्वास इतनी गहरी पैठ बना चुका है कि आज के जमाने में भी लोग भूत-प्रेत, नजर जैसी चीजों पर आसानी से यकीन कर लेते हैं. ये लोग ग्रामीण ही नहीं बल्कि शहरी वर्ग के भी होते हैं. हर दिन ऐसी खबरों से सामना होने पर इस दिशा में सालों से लगातार काम करने वाले पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर जय अलानी ने एक हेल्पलाइन जारी किया है, जो इस तरह के या फिर किसी भी तरह के अंधविश्वास से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करेगी.
इस हेल्पलाइन नंबर का मुख्य उद्देश्य और कैसे करेगा काम
भारत में अंधविश्वास, काला जादू और वशीकरण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में कई लोगों की जान भी दांव पर लग जाती है. इन्हीं के खिलाफ जागरूकता फैलाने और पैरानॉर्मल दुनिया के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाने के लिए ये हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. यह हेल्पलाइन नंबर 9999518600 द पैरानॉर्मल कंपनी के द्वारा जारी की गई है. इस कंपनी के मालिक खुद पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर जय अलानी हैं.
यह हेल्पलाइन नंबर उन लोगों को मुफ्त में सहायता पहुंचाता है जो कहीं भूत देखने का दावा करते हैं या कुछ अजीब घटनाएं देखते हैं. जिन्हें भूत, आत्मा, काला जादू इत्यादि के पीछे का असली और वैज्ञानिक सच जानने में दिलचस्पी हो या जिन्हें लगता है कि उनका घर किसी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों के वश में है जिसे हॉन्टेड (भूतिया) भी कहा जाता है.
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इस हेल्पलाइन नंबर का उद्देश्य है कि ऐसे लोगों की परेशानियों का हल किया जा सके. हम देखते हैं कि भारत में काला जादू, वशीकरण, जादू-टोना का प्रचार खुले आम होता है और बहुत से लोग इसके चंगुल में फंस जाते हैं. वे सही जानकारी के अभाव में इन बाबा, तांत्रिक, ओझा के चक्कर में आ कर अपनी और दूसरो की ज़िन्दगी दांव पर लगा देते हैं.
तेजी से बढ़ रहा है अंधविश्वास का दौर
पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर जय का कहना है कि ये बहुत ही आम बात है. जैसे हम कोई फिल्म देखने के बाद उसके किसी किरदार में खो जाते हैं या कभी-कभी उस किरदार के तरह ही खुद को समझने लगते हैं. ठीक वैसे ही भूतों की कहानियां भी लोगों के दिमाग पर कब्ज़ा कर सकती हैं. कुछ लोगों के लिए इसका असर बहुत कम होता तो वहीं किसी के लिए ये एक बड़ा रूप ले लेता है. जय बताते हैं कि 2 महीने पहले लॉन्च की गई इस हेल्पलाइन नंबर पर उन्हें रोज़ औसतन 10 कॉल आते हैं जिनमें से ऐसे कई मामले होते हैं.
भारत में अंधविश्वास, काला जादू और वशीकरण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में कई लोगों की जान भी दांव पर लग जाती है. इन्हीं के खिलाफ जागरूकता फैलाने और पैरानॉर्मल दुनिया के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाने के लिए पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर जय ने यह हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. उन्हें लगातार कई ऐसे कॉल आ रहे हैं जिसमें कुछ लोग भूत देखने का दावा करते हैं. वहीं कुछ लोग कहते हैं कि उन्हें लॉकडाउन के दौरान घर में अजीब-अजीब आवाज़ें सुनाई देती हैं.
जय का कहना है कि 'अधिकतर मामलों में मैंने और मेरी मनोचिकित्सकों की टीम ने यह पाया है कि लगातार डरावनी फिल्में या भूतों के किस्से पढ़ने या सुनने से उन लोगों के दिमाग में एक मनगढ़त छवि बन जाती है.'
पैरानॉर्मल वॉलंटियर लोगों को अंधविश्वास के चंगुल से बचाएंगे-
जय अलानी भारत के एक जाने-माने पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर हैं. वे पिछले 10 सालों में 100 से भी अधिक हॉन्टेड या भूतिया जगहों पर रिसर्च कर चुके हैं. उनमें से कुछ प्रसिद्ध जगहें हैं- भानगढ़ का किला, कुलधारा, लंबी देहार माइंस, मसूरी इत्यादि. जय ने अपनी इन्वेस्टिगेशन्स के दौरान मिले किस्सों और अनुभवों के ऊपर 'हॉन्टेड' नाम की एक किताब भी लिखी है, जिसे पेंगुइन इंडिया ने पब्लिश किया है, इस किताब के सह-लेखक नील डिसिल्वा हैं.
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पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर जय अलानी ने अंधविश्वास की तरफ जागरुकता फैलाने के लिए हाल ही में एक पैरानॉर्मल वॉलंटियर प्रोग्राम लॉन्च किया है, जिसमें वो 1000 से ज़्यादा वॉलंटियर्स को चुनेंगे. जो देश के अलग-अलग हिस्सों में जादू टोना, काला जादू, वशीकरण इत्यादि के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे और आम लोगों को इसके चंगुल में फंसने से बचाएंगे.
NCRB के आंकड़ें है और डरावने
बता दें कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़ों की माने तो भारत में साल 2001 से ले कर 2014 तक 2290 लोगों को चुड़ैल बता कर मार दिया गया है, इनमें से अधिकतर महिलाएं थीं. झारखंड में ऐसे मामले सबसे ज़्यादा पाए गए. जहां 2016 में 27 महिलाओं को मार दिया गया. अन्य राज्य जैसे ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना भी इन सबसे काफी ज़्यादा प्रभावित हैं.
(Note- ये खबर हमने मीडिया में छपी रिपोर्ट्स के आधार पर लगाई है. न्यूज नेशन ऐसा कोई दावा नहीं करता है. )