शीना बोरा हत्याकांड ( sheena bora murder case) मामले में जमानत प्रक्रिया पूरी करने के बाद इंद्राणी मुखर्जी (Indrani mukerjea) शुक्रवार को जेल से रिहा हुईं. उनकी वकील सना खान (Sana Khan) उन्हें लेने के लिए जेल पहुंचीं थीं. जेल से बाहर आने के बाद इंद्राणी ने कहा कि वे बहुत बेहतर महसूस कर रही हैं. वह आगे क्या करने वाली हैं, इस पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ सोचा नहीं है. इंद्राणी मुखर्जी ने कहा, 'खुला आसमान दिखा. बहुत खुश हूं.' इंद्राणी को सुप्रीम कोर्ट से बुधवार को जमानत मिल चुकी थी. वे साढ़े सात वर्ष से जेल में बंद थीं. शीना बोरा हत्याकांड एक ऐसा हत्याकांड था, जिसमें जानी-मानी हस्ती इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति रहे पीटर मुखर्जी का नाम सामने आया था. इस हत्याकांड में संबंधों के कई अनसुलझे पेंच दिखाई दिए. इसमें धोखा, झूठ से पैदा हुआ नाजायज रिश्ता और फरेब, उस रिश्ते को छिपाने के लिए हुआ एक कत्ल था.इस मामले में मां ने अपनी बेटी का कत्ल इसलिए किया था, क्योंकि उसकी बेटी जिस लड़के से प्यार में कर रही थी, वो रिश्ते में उसका सौतेला भाई था.
मशहूर मीडिया हस्ती थी इंद्राणी मुखर्जी
इंद्राणी मुखर्जी देश की मशहूर मीडिया हस्ती थी. वहीं पीटर मुखर्जी (peter mukerjea) देश में प्राइवेट टीवी चैनलों को कामयाब बनाने वाली शख्सियतों में से एक थे. इंद्राणी पीटर की दूसरी पत्नी थी, वहीं इंद्राणी की ये तीसरी शादी थी. इंद्राणी मुखर्जी का जन्म 22 नवंबर 1972 को असम के गुवाहाटी में हुआ था. 1996 में कोलकाता में एक रिक्रूटमेंट कंपनी की शुरूआत की. इसका नाम उन्होंने INX सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड रखा. 2001 में इंद्राणी कोलकाता से मुंबई आईं. इसी दौरान उनकी मुलाकात पीटर मुखर्जी से हुई. 2002 में दोनों ने शादी कर ली.
क्या था मामला
23 मई, 2012 को पुलिस को रायगढ़ जिले में एक क्षत-विक्षत शव मिला था. इसके बाद सीबीआई ने दावा किया कि यह शीना का शव है. 21 अगस्त, 2015 को इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय को पुलिस ने अवैध हथियार रखने के आरोप में पकड़ा था. उसने पुलिस को तीन साल पहले शीना की हत्या और अपराध में इंद्राणी के शामिल होने की बात को कबूला था. 25 अगस्त, 2015 को इंद्राणी मुखर्जी को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया. 26 अगस्त, 2015 को इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व पति संजीव खन्ना को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया. 19 नवंबर, 2015 को इंद्राणी के तत्कालीन पति पीटर मुखर्जी को सीबीआई ने पकड़ा. इसके बाद मामला अदालत में चला गया. सुप्रीम कोर्ट ने इंद्राणी मुखर्जी की गिरफ्तारी के लगभग सात वर्ष बाद जमानत दी.
HIGHLIGHTS
- जमानत प्रक्रिया पूरी करने के बाद इंद्राणी मुखर्जी शुक्रवार को जेल से रिहा हुईं
- वकील सना खान उन्हें लेने के लिए जेल पहुंचीं थीं