कानपुर के घाटमपुर में 'मोदी चाय' के नाम से टी स्टॉल लगाने वाले बुजुर्ग की मंगलवार की रात को निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. बुधवार की सुबह जब लोगों ने उनकी दुकान पर उन्हें नहीं पाया तब उनकी तलाश शुरू की. काफी देर तलाश करने के बाद उनका शव टी-स्टाल के पीछे मिला. हत्यारों ने बहुत ही निर्मम तरीके से उनकी हत्या कर दी थी. इस बुजुर्ग के हत्यारों ने उनका सिर कुचल दिया था. स्थानीय लोगों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद इंस्पेक्टर धनेश प्रसाद और सीओ पवन गौतम घटनास्थल पर तफ्तीश के लिए पहुंचे. पुलिस ने बताया कि शव के चेहरे पर कई चोट के निशान भी हैं.
65 वर्षीय बलराम सचान घाटमपुर के बगला गोपालपुर गांव के रहने वाले थे. सचान की घाटमपुर बाजार में शुभ रिजॉर्ट के सामने एक चाय की दुकान थी जिसका नाम उन्होंने ने मोदी टी-स्टॉल रखा था. बरलाम के बेटे जसवंत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बलराम रात को चाय की दुकान पर ही सोते थे. मंगलवार को दुकान के पास स्थित शुभ रिज़ॉर्ट में अखंड रामायण पाछ चल रहा था.
देर रात तक वहां पर निमंत्रण में आए लोगों का भोजन कार्यक्रम चलता रहा. बलराम भी वहां मौजूद थे. बलराम के बेटे ने बताया कि भोजन के बाद रामायण की समाप्ति हुई और सब अपने-अपने घरों को वापस चले गए. अगले दिन यानि कि बुधवार की सुबह लगभग आठ बजे गांव के ही शैलेंद्र सचान दुकान आये तो उन्होंने दुकान के पीछे बलराम का शव पड़ा देखा. इसके बाद उनके परिजनो को इस भयावाह खबर की सूचना दी गई. बलराम के शव के चेहरे पर कई चोट के निशान थे. जसवंत ने अभी किसी पर हत्या का आरोप नहीं लगाया है. बलराम की हत्या के बाद से पत्नी कमलेश कुमारी का रो रोकर बुरा हाल है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित थे बलवंत: ग्रामीणों के मुताबिक दिवंगत बलवंत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों से काफी प्रभावित थे. इसी वजह से उन्होंने अपने टी-स्टॉल का नाम बदलकर मोदी टी-स्टाल कर दिया था.आपको बता दें कि स्थानीय लोग इस घटना को लोग राजनीतिक रंजिश के नजरिए से भी देख रहे हैं इनका ये है कहना: दिवंगत बलवंत सचान के स्वजन से मामले की जानकारी हुई थी, पुलिस ने शव का पंचनामा कराते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पूछताछ की गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
Source : Ravindra Singh