कर्नाटका के शिवमोगा में 15 अगस्त को अमीर अहमद सर्किल पर वीर सावरकर का पोस्टर लगाने को लेकर बड़ा हंगामा हुआ था. कई मुस्लिम संगठनों ने इसका विरोध किया था. हालत को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी थी. इस हंगामे के कुछ देर बाद ही अमीर अहमद से सर्किल से कुछ दूर प्रेम सिंह नाम के एक युवक पर कुछ लोगों ने चाकू से हमला कर घायल कर दिया था. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी जबीउल्लाह समेत चार आरोपियों तनवीर, नदीम और अब्दुल रहमान को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस जांच में सामने आया है कि जबीउल्लाह के तार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं. गौरतलब है कि जब जबीउल्लाह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था तो उसने पुलिस पर हमला कर फरार होने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने जबीउल्लाह की टांग पर गोली मार दी थी.
कर्नाटक के गृह मंत्री आगरा ज्ञानेंद्रा ने 15 अगस्त को सावरकर के फ्लेक्स पर हुई हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने शिवमोगा में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपी जबीउल्लाह के तार कई आतंकी संगठनों से जुड़े हैं और इस मामले की जांच एनआईए को देने पर जल्द फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जबीउल्लाह का मामला बहुत डराने वाला है. अगर हम इसकी पृष्ठभूमि को देखे तो हमें सबूतों के साथ जानकारी मिल रही है कि उसके विभिन्न आतंकी गुटों से संपर्क थे.
कर्नाटक के गृह मंत्री ने आगे कहा कि जल्द ही इस मामले को एनआईए के हवाले करेंगे. क्या हम ऐसे लोगों से अपेक्षा कर सकते हैं कि वो देश की रक्षा करेंगे, जिनके संबंध आतंकवादी गुटों से हैं. इन लोगों के साथ शांति की उम्मीद कैसे की जा सकती है. इनसब के खिलाफ विशेष जांच चल रही है.
Source : Yasir Mushtaq