त्रिपुरा के उत्तरी हिस्से से अगवा किए गए व्यापारी का 50 दिन के बाद शव पुलिस को मिला है. उग्रवादियों ने बंदूक की नोंक पर व्यापारी का अपहरण कर लिया था. जिसके बाद पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ मिलकर व्यापारी को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया था. डेढ़ महीने से ज्यादा वक्त बीत जाने के बाद शुक्रवार को अपहरण किए गए व्यापारी के शव को 50 दिन बाद बरामद किया गया.
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पुलिस महानिरीक्षक (कानून और व्यवस्था) अरिंदम नाथ ने बताया कि मारे गए लिटन नाथ का शव पुलिस ने उत्तरी त्रिपुरा जिले के खेड़ाचारा इलाके के एक जंगल से बरामद किया. इससे पहले राज्य पुलिस, त्रिपुरा स्टेट राइफल्स और केंद्रीय अर्ध-सैनिक बलों ने संयुक्त रूप से व्यापारी को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया था और मिजोरम और बांग्लादेश से सटे क्षेत्रों से चार संदिग्ध नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) के उग्रवादियों को भी हिरासत में लिया था.ॉ
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लिटन नाथ की पत्नी ने पुलिस को बताया कि भारी हथियारों से लैस उग्रवादियों ने 27 नवंबर को उनके घर पर धावा बोल दिया था और गहने, नगदी लूटने के साथ ही पति का अपहरण कर लिया था. पुलिस ने कहा कि अपहरणकर्ताओं ने नाथ की रिहाई के लिए फिरौती में 1.5 लाख रुपये की मांग की थी. नाथ अपने पीछे चार बच्चे छोड़ गए हैं.
Source : News Nation Bureau