बिहार के आरा शहर में एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने खुद को गोली मार ली. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. बताया जा रहा है कि आरा के पकड़ी मोहल्ले के रहने वाले पीड़ित विमल किशोर सिंह पर 20 लाख रुपये का कर्ज था. उनकी मां कलावती देवी के बयान के अनुसार, उनके बेटे ने अपना व्यवसाय के लिए स्थानीय उधारदाताओं से 20 लाख रुपये लिए थे, लेकिन महामारी के कारण उनका व्यवसाय नहीं चल पाया और वह पैसे चुकाने में असमर्थ थे. कलावती देवी ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा, 'पिछले कुछ महीनों से, ऋणदाता उसे अपने पैसे के लिए नियमित रूप से बुला रहे हैं. विमल राशि वापस करने में असमर्थ होने के कारण वह उदास हो गया.'
कलावती देवी ने कहा, 'गुरुवार को रात करीब 11 बजे विमल घर लौटा. खाना खाने के बाद वह सो गया. हालांकि कुछ मिनट बाद उसने मुझे अपने बेडरूम में बुलाया. जब मैं वहां गयी, तो उसने कहा कि ऋणदाता उसे लगातार फोन कर रहे हैं. वह दबाव को संभालने में असमर्थ है. फिर उसने अचानक अपना देसी कट्टा निकाला और खुद को गोली मार ली. विमल पिछले कुछ महीनों से उदास था. इसलिए उसकी बहन ने अपने सोने के आभूषण बेच दिए और उसे 12 लाख रुपये उधार दिए. हालांकि ब्याज के साथ 8 लाख रुपये की मूल राशि अभी भी शेष थी.'
कर्ज के चलते उनकी पत्नी निशा सिंह भी उन्हें छोड़कर चली गईं. आरा के नवादा थाने के जांच अधिकारी आरपी शर्मा ने कहा, 'हमने पीड़िता की मां का बयान दर्ज कर लिया है. इसके अलावा एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची और नमूने लिए, खासकर हथियार के. हम परिस्थितिजन्य साक्ष्य के साथ पीड़िता की मां के बयान की पुष्टि कर रहे हैं. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.'
HIGHLIGHTS
बिहार के आरा की हृदयविदारक घटना
कर्ज से घिरा युवक नहीं संभाल सका तनाव