दिल्ली के हैदरपुर में रहने वाली एक नाबालिग लड़की पिछले एक महीने से लापता थी. पुलिस को किसी तरह उसका सुराग तो मिला लेकिन जब उसने अपनी आपबीती सुनाई तो पुलिस के भी होश उड़ गए. पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि लड़की को पहले आगरा में बेचा गया फिर उसे लेकर राजस्थान के सीकर पहुंचे. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक लड़की 16 सितंबर से लापता थी. इस मामले में दिल्ली के शालीमार बाग में मामला भी दर्ज कराया गया था. पुलिस ने इस मामले में परिजनों और दोस्तों से मुलाकात भी की थी.
60 हजार रुपये में किया सौदा
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि नाबालिग लड़की गांव हैदरपुर निवासी नीरज सोनकर नाम के एक स्थानीय लड़के से लगातार संपर्क में थी. पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि नीरज सोनकर और मुस्कान नाम की अन्य आरोपी, पीड़िता को अपनी तीसरी साथी, शीतल के घर आगरा ले गए थे. जांच में पता चला कि शीतल की मदद से लड़की को राजस्थान के सीकर निवासी गोपाल लाल को 60 हजार रुपये में बेच दिया था. नीरज को उसका हिस्सा 30,000 रुपये पहले ही मिल चुका था. जबकि बाकी हिस्सा शीतल ने रखा था. गोपाल लाल ने कथित तौर पर लड़की को राजस्थान के सीकर निवासी अपने साले दानवीर उर्फ दाना से शादी करने के लिए खरीदा था.
सीकर से किया गया बरामद
पुलिस को इस मामले में कुछ सुराग मिले जिसके बाद पुलिस आगरा पहुंची. वहां से राजस्थान के सीकर गई. पुलिस टीम के साथ लड़की का भाई भी था. नाबालिग लड़की को राजस्थान के सीकर स्थित गोपाल लाल के घर से छुड़ाया गया. गोपाल लाल, नीरज सोनकर और पीड़िता को दिल्ली लाकर थाना शालीमार बाग सौंप दिया गया. गोपाल और नीरज के गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि लड़की से शादी करने वाला दानवीर उर्फ दाना फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
Source : News Nation Bureau