मध्य प्रदेश के सिंगरौली में बच्चा चोरी के संदेह पर एक महिला की कथित तौर पर भीड़ ने हत्या (मॉब लिंचिंग) कर दी। वॉट्सऐप पर फैले बच्चा चोरी के अफवाह के बाद यह हत्या की गई।
मोरवा के पुलिस अधिकारी के एस द्विवेदी ने कहा, 19 जुलाई को मोरवा थाना के अंतर्गत भोश गांव में मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला की भीड़ ने हत्या कर दी।
उन्होंने कहा कि महिला (25-30 साल के बीच के उम्र) की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
अधिकारी के मुताबिक, वॉट्सऐप पर फैली अफवाह के कारण यह भीड़ हत्या की गई। वॉट्सऐप पर फैलाया गया था कि महिला जिले के ग्रामीण इलाके में संदिग्ध रूप से घूम रही थी।
उनके मुताबिक, यह अफवाह पिछले एक महीने से फैलाई जा रही थी। इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार कर सोमवार को स्थानीय कोर्ट के सामने लाया गया।
द्विवेदी के मुताबिक, 19 जुलाई को रात 9:30 बजे के करीब कुछ लोगों ने उस महिला को घूमते हुए पाया और उसके बाद उसे रोककर बच्चा चोरी के अफवाह पर लाठी और कुल्हाड़ियों से पीट कर मार दिया।
उन्होंने कहा, 'महिला को मारने के बाद उन लोगों ने उसकी लाश को भोश के जंगली इलाके में नाले में फेंक दिया था।'
पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ दंगा और हत्या सहित आईपीसी के अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। मृतक की पहचान की जा रही है।
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सिंगरौली में बच्चा चोरी के अफवाह पर मॉब लिंचिंग की सबसे नई घटना है। इसके पहले कर्नाटक के बीदर में एक इंजीनियर की हत्या वॉट्सऐप पर फैले अफवाहों के आधार पर की गई थी।
हाल ही में राजस्थान के अलवर में गो तस्करी के आरोप पर भीड़ ने रकबर नाम के शख्स की हत्या कर दी थी।
वहीं कुछ सप्ताह पहले महाराष्ट्र के धुले में बच्चा चोरी के शक पर भीड़ ने पांच लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। वहीं असम में भी बच्चा चोरी के अफवाह पर ही दो लोगों की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
पिछले चार महीने में व्हाट्सएप के जरिये फैले अफवाहों के आधार पर देश के अलग-अलग हिस्सों में भीड़ ने 25 से ज्यादा जानें ले ली है।
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Source : News Nation Bureau