मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले में गुरुवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 592 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है।
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में व्यापम के 2012 में पीएमटी एग्जाम के अधिकारियों को भी शामिल किया है।
सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने उन लोगों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है जो गुरुवार को हुई पेशी में नहीं पहुंचे। बता दें कि इस दौरान कोर्ट ने 15 आरोपियों को प्रत्येक के लिए 1 लाख रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी गई है।
बता दें कि सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में चिरायु मेडिकल कॉलेज के अजय गोयनका, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के एसएन विजयवर्गीय, भोपाल मेडिकल कॉलेज के सुरेश सिंह भदौरिया और एलएन मेडिकल कॉलेज के जेएन चौकसे को आरोपी बनाया है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को व्यापम घोटाले में क्लीन चिट मिल चुकी है।
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सीबीआई की ओर से आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि वर्ष 2013 में व्यापम द्वारा आयोजित पीएमटी परीक्षा में गड़बड़ी की जांच की जा रही है।
सीबीआई ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर नौ जुलाई 2015 को मामले की जांच अपने हाथों में ली थी।
सीबीआई का आरोप-पत्र 2013 के प्री-मेडिकल टेस्ट से संबंधित है। पीएमटी 2012 के एग्जाम में कई गड़बड़ियां सामने आई थीं जिसके बाद कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए 2008-12 के बीच के एडमिशन रद्द कर दिए थे।
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HIGHLIGHTS
- मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले में गुरुवार को सीबीआई ने 592 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है
- सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में व्यापम के 2012 में पीएमटी एग्जाम के अधिकारियों को भी शामिल किया है
Source : News Nation Bureau