मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक बड़े सट्टेबाजी गैंग का भंडाफोड़ हुआ है. एमपी की क्राइम ब्रांच ने लगातार नजर रखने के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें 5 सट्टेबाज पकड़े गए. ये सट्टा गिरोह मुख्य आरोपित रवि नाम का व्यक्ति चलाता था, जिसके घर पर छापेमारी हुई. इस छापेमारी में 14-15 लाख रुपये की नकदी के साथ ही घर में बने तहखाने के अंदर से करीब 14 किलो सोना भी बरामद हुआ है. हालांकि मुख्य सट्टेबाज पुलिस की छापेमारी से पहले ही फरार हो गया.
लंबे समय से चल रहा था सट्टेबाजी का गिरोह
मध्य प्रदेश के उज्जैन के मुख्य पुलिस अधीक्षक विनोद मीणा ने बताया कि हमें इसके बारे में काफी समय से जानकारी थी. यह व्यक्ति अवैध सट्टे का कारोबार करता है. इसको पकड़ना मुश्किल था क्योंकि यह दूसरे राज्यों और ज़िलों से इसका संचालन करता था. हमने एक संयुक्त अभियान के जरिए इसके घर पर छापेमारी की. इस छापेमारी में हमें इसके घर से करोड़ों रुपए का सट्टे का कागजी हिसाब, कई मोबाईल, 14-15 लाख रुपए मिले हैं. हमें इस घर में खुफिया तिजोरी भी मिली जिसेमें 14 किलो सोना मिला है. इसमें कुल 5 आरोपित गिरफ़्तार किए हैं. मुख्य आरोपित फरार है, जिसे जल्द पकड़ लिया जाएगा.
क्राइम ब्रांच प्रभारी विनोद कुमार के मुताबिक आरोपित रवि प्रतिदिन सट्टे में 15 से 20 लाख रुपए का टर्नओवर करता था. वह ऑनलाइन सट्टा और ताश पत्ती से जुआ चलाने में भी माहिर है. उसने मकान भी आलीशान बना रखा था जिसमें भोग विलासिता का पूरा सामान था. आरोपी के घर से बरामद माल को लेकर संबंधित विभागों को भी पत्र लिखे जा रहे हैं. सट्टा घर पकड़े जाने के बाद उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने जीवाजी गंज थाना प्रभारी गगन बादल को निलंबित कर दिया है. पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ला के मुताबिक काम में लापरवाही के चलते थाना प्रभारी को सस्पेंड किया गया है.
HIGHLIGHTS
- उज्जैन में बड़े सट्टेबाजी गैंग का पर्दाफास
- लाखों की नकदी के साथ 14 किलो सोना बरामद
- अब तक 5 गिरफ्तार, मुख्य आरोपित फरार