मध्यप्रदेश के सागर और भोपाल में चार चौकीदारों को मौत के घाट उतारने वाले सीरियल किलर को पुलिस ने भोपाल के खजूरी ( बैरागढ़) क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज में चौकीदार की हत्या के बाद चोरी मोबाइल को ऑन करते ही वह पुलिस के सर्विलांस के रडार पर आ गया. जहां उसने मोबाइल ऑन किया था किलर पुलिस को वहीं बैठा मिला. उसने भोपाल के खजूरी के एक मार्बल पीठे के चौकीदार को भी सोते समय सिर फोड़कर मार डाला था.
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पुलिस की पकड़ से पहले भोपाल में किया मर्डर
भोपाल में उस समय खलबली मच गई जब पता चला कि एक चौकीदार की हत्या हो गई है. भोपाल पुलिस इससे पहले कुछ समझ पाती तभी पुलिस को एक इन्फॉर्मेशन मिलती है और तुरंत पुलिस वहां दबिश देकर एक हत्यारे को पकड़ती है आपको बता दें कि यह वही आरोपी था जिसने सागर में एक के बाद एक हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. दरअसल सागर पुलिस भी आरोपी के मोबाइल को ट्रेस कर भोपाल पहुंची थी लेकिन हत्यारे को पकड़ने से पहले ही हत्यारे ने एक और हत्या कर दी. भोपाल के खजूरी थाना क्षेत्र स्थित गोराजी मार्बल गोडाउन में सो रहे एक चौकीदार सोनू के सिर पर इस सिरफिरे हत्यारे ने वार कर दिया. सोनू के साथ काम करने वाले उसके सहयोगियों ने भी बताया कि कल रात उनकी सोनू से बात हुई थी, लेकिन सुबह उसकी लाश मिली.
केजीएफ जैसा डॉन बन फैसम होने की थी चाहत
भोपाल से सागर पुलिस के हत्थे चढ़ा सीरियल किलर केसली के आदिवासी टोला का रहने वाला शिव कुमार धुर्वे (20) महाराष्ट्र के पुणे के अलावा गोवा, हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में होटल का वेटर रह चुका है. पुलिस के हत्थे चढ़ा सीरियल किलर साइको ( मानसिक रोगी) है. वह कम समय में केजीएफ फिल्म के किरदार डॉन रॉकी की तरह नाम कमाना चाहता था. बरसात के पहले नौकरी छोड़कर वह गांव लौट आया था और तभी से इसकी प्लानिंग कर रहा था.
ये लोग बने किलर के शिकार
सीरियल किलिंग का यह सिलसिला भोपाल से 169 किलोमीटर दूर सागर शहर में शुरू हुआ, जहां कल्याण लोधी, जो एक कारखाने में गार्ड के रूप में काम करता था, उसकी कैंट थाना सीमा के तहत 28-29 अगस्त की रात को हत्या कर दी गई थी. उसका सिर हथौड़े से कुचला हुआ मिला. सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के एक आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज में सुरक्षा गार्ड के रूप में ड्यूटी पर तैनात शंभू नारायण दुबे (60) की 29-30 अगस्त की दरमियानी रात को हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने कहा कि उसका सिर पत्थर से कुचला हुआ मिला. मोती नगर इलाके में 30-31 अगस्त की दरमियानी रात को डंडे से हमला कर घर के चौकीदार मंगल अहिरवार की हत्या कर दी गई. आरोपी ने भोपाल के सोनू वर्मा (23) को संगमरमर के खंभे से मारकर हत्या कर दी. सोनु वर्मा इलाके में एक संगमरमर की दुकान में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता था.
पुलिस था उसका अगला टारगेट
शिव के टारगेट पर चौकीदार के बाद पुलिस थी. उसका कहना था वह रुपए इकट्ठा कर हथियार खरीदने वाला था ताकि पुलिस को निशाना बना सके. उसने चौकीदारों की हत्या केवल बडे डॉन के रूप में नाम चमकाने के लिए की थी. अगर पकड़ा न गया होता तो भोपाल में कई चौकीदारों को मारने की प्लानिंग थी. पकड़े जाने पर वह विक्ट्री शाइन दिखाकर साफ़ जता रहा था कि उसको इन हत्याओं का जरा भी मलाल नहीं है.
चौकीदार दुबे के मोबाइल ने किलर तक पहुंचाया
आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज में चौकीदार शंभू शरण दुबे की हत्या के बाद साइको किलर शिव उनका मोबाइल फोन उठा ले गया था. उसे ऑन करने पर पुलिस टीम भोपाल पहुंची थी. गुरुवार रात बैरागढ़ के खजूरी में किलर ने मार्बल पीठा पर चौकीदार की हत्या की और बस स्टॉप पर आ गया. यहां उसने फिर मोबाइल ऑन किया और काफी देर तक बैठा रहा. पुलिस ने यहीं से लोकेशन के आधार पर दबोचा.
गृहमंत्री ने पुलिस की पीठ थपथपाई
राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि "शिव प्रसाद" के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी को शुक्रवार की सुबह एक मोबाइल फोन के स्थान के आधार पर गिरफ्तार किया गया था. यह फोन उसने हत्या के बाद मृतक के पास से उठाया था. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि "यह एक मुश्किल काम था. यह एक अंधी हत्या थी. मैं सागर पुलिस को बधाई देता हूं. उन्होंने उसका पीछा किया क्योंकि वह सीरियल किलिंग के दूसरे या तीसरे शिकार का मोबाइल फोन ले जा रहा था. फोन के स्थान के आधार पर उसे पकड़ लिया गया."
Source : Arun Kumar