प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी सभा में मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति की बात कहकर वोट आंगते नजर आए थे. इसका असर भी हुआ और मुस्लिम महिलाओं का भाजपा को वोट भी मिला, लेकिन मुस्लिम महिलाओं को भाजपा को वोट देना महंगा पड़ता दिख रहा है. खबर उत्तर प्रदेश के बरेली से है, यहां हाल ही में हुए विधासभा चुनाव में भाजपा को वोट देने पर एक महिला को ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया है. इसके साथ ही उसे तलाक की भी धमकी दी जा रही है. मामले से आहत महिला ने पुलिस से इस घटना की शिकायत की है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जिले का है. यहां एक महिला का आरोप है कि भाजपा को वोट देने पर उसके परिवार ने उसे घर से निकाल कर बेघर कर दिया है. इसके साथ ही उसे तलाक देने की धमकी दी जा रही है. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि भाजपा को वोट देने से नाराज एजाज नगर गोटिया की रहने वाली उजमा अंसारी को उसके ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया है. इसके साथ ही पति उसे तलाक की भी धमकी भी दे रहा है. पीड़िता उजमा की तहरीर पर बारादरी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
पीड़िता उजमा अंसारी के मुताबिक चुनाव से पहले 12 फरवरी को उनके पति के मामा तैयब उनके घर आए और सपा को वोट देने के लिए कहा. इसके बाद 14 फरवरी को जब वह वोट डालने के बाद अपने कर घर पहुंची तो उनके पति के मामू तैयब और उसका देवर आरिफ उनके घर पहुंचे. इन दोनों ने उनसे पूछा कि वोट किसे दिया. इसके जवाब में उजमा कहा कि तीन तलाक कानून बनाने और गरीबों को राशन देने कारण उन्होंने भाजपा को वोट दिया है. इतना सुनना था कि दोनों ही गुस्से से तमतमा गए. इससे नाराज होकर दोनों ने उजमा के पति को बुलाकर उन्हें तलाक की धमकी दिलाई. इसके बाद 11 मार्च को उसे घर से निकाल दिया गया. इसके साथ ही उसे धमकी दी गई कि अगर पुलिस में शिकायत की तो तलाक देने के साथ ही उनके भाई की हत्या कर दी जाएगी. उजमा ने पुलिस को बताया कि जनवरी 2021 को एजाज नगर गोटिया के तस्लीम अंसारी से उनका निकाह हुआ था. पति के साथ वह किराए के मकान में रह रही थी. पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
HIGHLIGHTS
- पीड़िता ने पुलिस में दर्ज कराई FIR
- मामला दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस
- सपा को वोट देने का था फरमान