यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स ने ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो परिवहन विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों से ठगी करता था. यही नहीं, वो बाकायदा नियुक्ति पत्र भी देता था. ठगी का ये सारा खेल परिवहन विभाग के मंत्री का नजदीकी बताकर किया जा रहा था. आरोपित व्यक्ति किसी मीडिया संस्थान से जुड़े होने की धौंस देकर बेरोजगारों को अपनी ओर आकर्षित करता था. फिर 3 लाख रुपये में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था.
बीबीडी कॉलेज के सामने से गिरफ्तार
एसटीएफ ने बताया कि आरोपित अनूप दुबे खुद को मंत्री का करीबी बताकर परिवहन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. उसके बारे में एसटीएफ को जानकारी मिली थी. एसटीएफ को उसके लखनऊ आने की टिप मिली थी, जिसमें वो बीबीडी कालेज के सामने आने वाला था. यहां पर उसने कुछ लोगों को परिचालक पद पर स्थायी नियुक्ति पत्र देने के लिए बुलाया था. इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने छापेमारी की और हल्के बल प्रयोग के दम पर आरोपित को गिरफ्तार लिया.
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ऐसे देता था ठगी को अंजाम
एसटीएफ ने बताया कि पूछताछ में आरोपित अतुल दुबे खुद ही पत्रकार बनकर मंत्री से मिला था. उनसे मुलाकात के बाद उसने उनके नाम पर लोगों को ठगने का काम शुरू कर दिया, उसके निशाने पर बेरोजगार लोग रहते थे. वो उन्हें भरोसे में लेकर अपनी मंत्री से नजदीकी दिखाता था और तीन लाख रुपये उनसे सम्पर्क में आने के बाद बेरोजगार लोगों से मिलकर उन्हे बताता था कि मैं मंत्री का करीबी हूं. परिवहन विभाग में परिचालक के पद पर नियुक्ति करा दूगा. इस पर लोग विश्वास करके नौकरी के लिए बात करते थे तो मैं उनसे तीन लाख रूपये में नियुक्ति की बात करता था, जिसमें से एक लाख रूपये एडवांस में लेने तथा दो लाख रूपये नियुक्ति पत्र देने के समय लेने की बात थी. अब इस मामले में आरोपित ठग गिरफ्तार हो चुका है.
HIGHLIGHTS
- यूपी एसटीएफ ने ठग को किया गिरफ्तार
- नौकरी दिलाने के नाम कर था ठगी
- पत्र बन कर मंत्री से मिला, फिर लोगों को झाड़ता था रौब