बिजनौर पुलिस ने एक 38 वर्षीय महिला को कथित तौर पर एक व्यापारी को 'हनी-ट्रैप' में फंसाने, उसकी व उसकी पत्नी की हत्या कर उनके शव को घर में दफनाने के मामले में गिरफ्तार किया है. अलीगढ़ के कृष्णा कॉलोनी निवासी 55 वर्षीय राजेश अग्रवाल के साथ रिलेशनशिप में रहने वाली विधवा रोमा देवी से पूछताछ के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ. उसकी तीन दुकानों और एक घर पर नजर थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक अग्रवाल 28 फरवरी को अपनी पत्नी बबीता के साथ अचानक गायब हो गए थे.
इस घटना के बाद गाजियाबाद निवासी बबीता के भाई मनोज कुमार राणा ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस जांच से पता चला कि रोमा का अग्रवाल के साथ विवाहेतर संबंध था और वह संपत्ति पर कब्जा करना चाहती थी क्योंकि दंपति के कोई बच्चा नहीं था. उसने अपने 19 वर्षीय बेटे तुषार सिंह, प्रेमी मुकेश सिंह और उसके भाई धीरज सिंह के साथ मिलकर व्यवसायी और उसकी पत्नी को उनके घर में मार डाला. इसके बाद में उनके शवों को हमीदपुर स्थित रोमा के घर के पीछे दफना दिया गया.
पुलिस अधीक्षक (बिजनौर) धर्मवीर सिंह ने कहा, 'बबीता एक सैलून चलाती है. रोमा देवी वहां काम करती थी और वह रोजाना उनके घर पर जाया करती थी, इसलिए वह हमारी मुख्य संदिग्ध बन गई. पूछताछ के दौरान उसने अपराध कबूल कर लिया. हमने एक कार, मोटरबाइक, मोबाइल फोन और हत्या का हथियार बरामद किया है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं.'
HIGHLIGHTS
- बिजनौर की 38 साल की महिला निकली हनीट्रैप
- संपत्ति के लालच में कर दी दो सनसनीखेज हत्याएं