भारत में बैन के बावजूद पोर्न फिल्मों का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. लोगों के हाथों में आए स्मार्ट फोन और इंटरनेट की सुलभता ने पोर्न पर लोगों की रीच की और आसान बना दिया है. लेकिन पोर्न का यह दंश कितना जहरीला है, इसका उदाहरण देश के एक राज्य छत्तीसगढ़ से अभी सामने आया है. दरअसल, यहां बेमेतरा जिले में एक नाबालिग लड़के ने 10 साल की लड़की के साथ रेप जैसी जघन्य घटना को अंजाम देकर उसकी हत्या कर दी. हालांकि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि लड़के को पोर्न देखने की लत थी.
यौन उत्पीड़न जैसे बढ़ते मामलों के पीछे मुख्य वजह पोर्नोग्राफी
इस दुस्साहसिक घटना के बाद बिल्कुल ऐसा ही मामला 30 नवंबर को हैदराबाद में देखा गया. यहां पांच नाबालिग लड़कों ने मिलकर एक लड़की के साथ दुष्कर्म किया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने घटना को अंजाम देने से पहले पोर्न फिल्में देखी थीं. एक के बाद एक घटी इन घटनाओं ने जनमानस के दिमाग को हिलाकर रख दिया है. इसके साथ ही देश में पोर्नोग्राफी के लेकर नई बहस भी छिड़ गई है कि क्या रेप और यौन उत्पीड़न जैसे बढ़ते मामलों के पीछे मुख्य वजह पोर्नोग्राफी तो नहीं?
भारत में पोर्न देखने के मामलों में भारी उछाल आया
एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 से 2018 के बीच भारत में पोर्न देखने के मामलों में भारी उछाल आया है. यहां तक कि ये दर 75 प्रतिशत तक बढ़ी है. माना जा रहा है कि पोर्न देखने वाली अधिकांश आबादी छोटे शहरों, कस्बों और गांवों में निवास करती है. इन्हीं सब वजहों से भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए 850 पोर्न वेबसाइटों को बंद कर दिया. इसके साथ ही सरकार के इस साल 29 नवंबर को भी 67 पोर्न वेबसाइटों को बैन किया. बावजूद इसके आज भी इंटरनेट पर पोर्न देखना उतना ही आसान है, जितना पहले था.
बैन के बावजूद भी कैसे देखा जा रहा पोर्न-
पहला- पोर्न वेबसाइटों को नए-नए डोमेन से साथ मार्केट में लॉंच किया जा रहा है.
दूसरा- वीएनपी यानी वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिस पर बैन की गई वेबसाइटो को भी आसानी से देखा जा सकता है.
तीसरा- सोशल मीडिया साइट्स जैस वॉट्सऐप और टेलीग्राम पर जैसे मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए आसानी से अश्लील वीडियोज शेयर किए जाते हैं.
Source : News Nation Bureau