छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दो महिला साध्वियों के साथ पिस्तौल दिखाकर गैंगरेप करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
पीडि़ता के अनुसार बीते मार्च के दौरान दोनों जांजगीर चापा जिले से कोरबा बरपाली जाने को निकली थी। जहां रास्ते में उनकी मुलाकात एक परिचित दिलचंद पटेल और उसके साथियों से हुई और उसने साध्वियों को आश्रम छोड़ने की बात कही।
पीड़िता के अनुसार वो इस दौरान एक जन्मदिन सामारोह में भी शामिल हुए जहां से आरोपियों ने साथियों के साथ साध्वियों को आश्रम छोड़ने की बजाय पेंड्रा इलाके में सोन नदी के किनारे पहुंचे।
वहां बंदूक की नोक पर दिलचंद और उसके साथियों ने बारी-बारी दोनों के साथ रेप किया। वहां होने वाली बातचीत से साध्वियों को पता चला कि उन्हें जान से मारने की सुपारी दी गई थी।
हालांकि आरोपियों ने साध्वियों को जान से नहीं मारा, लेकिन छत्तीसगढ़ छोड़कर चले जाने की धमकी जरूर दी। जिसके बाद किसी तरह से दोनों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई।
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गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने भी दोनों पीड़िता को काफी परेशान किया और मामला दर्ज करने में आनाकानी की। तीन महीने बाद सीएम रमन सिंह के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर की।
फिलहाल साध्वियों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की धड़पकड़ शुरु कर दी है।
इसमें महुआडीह निवासी दिलचंद पटेल, उत्तर प्रदेश निवासी कल्पनाथ चौधरी, गिरजाशंकर चौधरी, श्यामानंद चौधरी उर्फ तपस्यानंद समेत अन्य चार लोग शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया है।
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Source : News Nation Bureau