उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पुलिस ने एक बड़े सेक्स रैकेट (Sex Racket) का भंडाफोड़ किया है. इस छापेमारी में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें महिला समेत 8 युवतियां और 7 युवक शामिल है. ये पूरा मामला साहिबाबाद क्षेत्र के शालीमार गार्डन इलाके का है. बताया जा रहा है कि इस सेक्स रैकेट को महिला घर से ही चलाती थी. वहीं इन लड़कियों की सप्लाई उत्तराखंड और पंजाब के होटल में भी की जाती थी.
इससे पहले ग्रेटर नोएडा इलाके में सेक्स रैकेट चला रहे गैंग का पर्दाफाश किया था. यह सेक्स रैकेट एक गेस्ट हाउस में चल रहा था. पुलिस ने जब छापा मारा तो दो लड़कियां, ग्राहक और गेस्ट हाउस कर्मचारी रंगे हाथ पकड़े गए थे.
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वहीं मध्य प्रदेश के भोपाल के एक क्लीनिक में पिछले दो साल से सेक्स रैकेट चल रहा था. पुलिस ने छापेमारी कर रैकेट का भंडाफोड़ किया और 10 लोगों को हिरासत में लिया. पुलिस ने बताया कि गायत्री सिंह नाम की डॉक्टर अपनी क्लिनिक में यह रैकेट चलाती थी.
बता दें कि मध्यप्रेदश में शिवपुरी एक ऐसा क्षेत्र है, जहां लड़कियों की सौदेबाजी होती है. मीडिया में आए दिन यहां किसी न किसी रैकेट का पर्दाफाश होता है. या फिर पुलिस यहां से किसी लड़की को आजादा कराने पहुंच जाती है. सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इस जगह पर लड़कियों को मात्र 20 रुपए के स्टाम्प पेपर पर बेच दिया जाता है.
शिवपुरी में यह सब लंबे समय से चला आ रहा है. यहां लड़कियों की सौदेबाजी का ये गोरखधंधा 'धड़ीचा' नामक एक प्रथा के चलते किया जाता है. सदियों से गांव के लोग इस प्रथा को फॉलो कर रहे हैं. इसी प्रथा के तरत यहां पर लड़कियां 20 रुपये में लोगों के मनोरंजन का सामान बन जाती हैं.
ये तो चंद घटनाएं है जिसका हमने यहां जिक्र किया. देश-दुनिया में हर दिन ऐसी तमाम घटनाएं होती है. जिस्मफरोशी का ये धंधा बिना कानून के डर के धड़ल्ले से सदियों से चली आ रही है. चंद पैसों के लिए लोग लड़कियों की खरीद-फख्त करते हैं.