राजधानी के जगतपुरा स्थित यूनिक टावर में श्वेता तिवारी और उसके 21 माह के बेटे श्रीयम की हत्या के मामले को एक साल बीच चुका है. इस केस के आरोपियों को फांसी सजा देने की मुहिम तेज हो गई है. सोशल मीडिया पर लोग आरोपियों को फांसी की मांग कर रहे हैं. किसी और से शादी और नई जिंदगी शुरू करने के लिए जयपुर सांगानेर एयरपोर्ट स्थित इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में मैनेजर के पद पर कार्यरत रोहित तिवारी ने सात जनवरी 2020 को एक दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया था. उसने अपने दोस्त सौरभ के साथ सौदा किया कि वह उसकी पत्नी श्वेता और 21 महीने के बेटे श्रेयम की हत्या कर दे, बदले में छह महीने के अंदर रोहित मौका पाकर सौरभ की गर्भवती पत्नी की हत्या कर देगा.
बेटे की हत्या कर मिटाना चाहता था सभी सबूत
रोहित बेटे की इसलिए हत्या करना चाहता था ताकि उसकी शादीशुदा जिंदगी का कोई सबूत, कोई याद बाकी न रहे. रोहित ने अपनी साजिश का ताना-बाना ऐसे बुना कि वारदात के समय उसकी मौजूदगी पूरे समय ऑफिस में ही दिखे. पत्नी की हत्या करने के लिए उसने एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों का तार 23 दिसंबर को ही निकाल दिया था, ताकि किसी भी तरह उसकी लोकेशन और मूवमेंट पर नजर न रखी जा सके.
पत्नी की हत्या के लिए दोस्त को भेजा
पुलिस के मुतबित रोहित नहीं चाहता था कि पत्नी के हत्या के बाद उसके खिलाफ कोई सबूत मिले. इसके लिए उसने अपने दोस्त सौरभ को भेजा. सौरभ जगतपुरा के यूनिक टॉवर में स्थित अपने फ्लैट नंबर 130 में पहुंचा और रोहित घटना की सूचना मिलने तक सांगानेर एयरपोर्ट स्थित कार्यालय में ही रहा. चूंकि श्वेता पहले से ही सौरभ को जानती थी इसलिए उसने सौरभ को घर में प्रवेश करने दिया और उसे चाय बनाकर पिलाई. इसी दौरान सौरभ ने अदरक कूटने वाली मूसली से श्वेता के सिर में वार किया, जिससे वह अचेत हो गई. श्वेता की हत्या करने के बाद उसने 21 माह के बेटे श्रेयाम को भी मार दिया.
Source : News Nation Bureau