खतरनाक ऑनलाइन ब्लू व्हेल गेम ने देश में मुंबई के बाद अब मध्यप्रदेश में भी दस्तक दे दी है। ब्लू व्हेल गेम के आखिरी टास्क को पूरा करे के लिए इंदौर का एक छात्र अपनी स्कूल की छत से छलांग लगाने ही वाला था कि उसे टीचर और साथियों के द्वारा बचा लिया गया।
जानकारी के अनुसार इंदौर के चमेली देवी स्कूल में पढ़ने वाला 7वीं क्लास का बच्चा अपनी स्कूल की तीसरी मंजिल से छलांग लगाने वाला था। इस दौरान उसे साथ में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने देख लिया। उन्होंने इस बात की सूचना टीचर को दी।
जब बच्चा रेलिंग से कूदने ही वाला था इसी दौरान स्कूल के अन्य बच्चों और टीचर ने देख लिया और उसे ऐसा नहीं करने दिया।
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राजेंद्र नगर पुलिस के अनुसार चमेली देवी स्कूल के सातवीं कक्षा का यह छात्र गुरुवार को 'ब्लू व्हेल गेम चैलेंज' के 50वें चरण को पूरा करने के लिए तीसरी मंजिल से नीचे कूद रहा था। पुलिस ने बताया कि ऐसा करने पर उसे 2 करोड़ रुपये मिलने का दावा किया गया था।
फिलहाल पुलिस मामले की संगीनता को देखते हुए जांच कर रही है और बच्चे से पूछताछ करने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि हाल ही में मुंबई के एक 14 साल के बच्चे ने बिल्डिंग से कूदकर जान दे दी थी। इसके पीछे भी ब्लू व्हेल गेम का चैलेंज वजह के रूप में सामने आया था।
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बता दें कि यह ऑनलाइन गेम पिछले कुछ दिनों में ही प्रकाश में आया है। इसका शिकार ज्यादातर बच्चे हो रहे हैं। इस गेम को एक रूस के युवा ने बनाया था जिसकी उम्र महज 22 साल है। इस गेम को बनाने के जुर्म में उसे 3 साल की जेल की सजा सुनाई गई है।
Source : News Nation Bureau