सुनंदा पुष्कर डेथ मिस्ट्री में दिल्ली हाई कोर्ट ने आज सुनवाई के दौरान पुलिस को फटकार लगाते हुए कहा है कि पुलिस के पास अगर कुछ नया है तो वह 2 हफ्तों के अंदर पेश करे। अगर दिल्ली पुलिस ने ऐसा नहीं किया तो फिर कोर्ट आगे की कार्रवाई करेगा।
हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से कहा कि 2014 के मामले में अब तक पुलिस के पास न तो कोई स्टेटस रिपोर्ट है न ही उन्होंने चार्जशीट फाइल की है। इस केस में अबतक क्लोजर रिपोर्ट भी नहीं लगा पाई दिल्ली पुलिस से कोर्ट ने कहा कि तीन साल हो जाने के बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं है।
वहीं कोर्ट में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि यह केस मर्डर के अलावा मनी लॉन्ड्रिंग से भी जुड़ा हुआ है। इन बिंदुओं के आधार पर भी जांच होनी चाहिए। स्वामी ने कहा कि पुलिस इस बात पर समय क्यों बर्बाद कर रही है कि किस जहर के कारण सुनंदा की मौत हुई।
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उन्होंने कहा कि जांच का विषय तो यह है कि जहर क्यों और किसने दिया था। उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि पुलिस की जांच की निगरानी की जाए।
हाई कोर्ट ने कहा कि यह ठीक परंपरा नहीं है कि कोर्ट इस तरह मामलों की जांच करे। लेकिन, कोर्ट ने पुलिस से कहा कि हम यह जानना चाहते हैं कि आखिर जांच किस स्थिति में पहुंची है। वहीं दिल्ली पुलिस ने तर्क दिया कि जांच बहुत साइंटिफिक तरीके से की जा रही है।
कोर्ट ने कहा कि इतनी देरी होने के बाद यह जांच सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया जाए। इस बात पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि वे जांच के आखिरी पड़ाव पर हैं।
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बता दें कि कांग्रेस नेता शशि थरुर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की साल 2014 में दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में रहस्यमयी परिस्थिति में मौत हो गई थी। इसके बाद पिछले तीन सालों से दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम इस केस की जांच कर रही है लेकिन मौत के कारणों का पता अभी तक नहीं लग पाया है।
Source : News Nation Bureau