मध्य प्रदेश के अनूपपुर (Anuppur) जिले के बिजुरी थाना क्षेत्र की रहने वाली सुप्रिया तिवारी की रहस्यमय मौत (Supriya Tiwari Death Case) एक महीने के बाद भी रहस्य बनी हुई है. सुप्रिया के परिजनों ने अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए विधायक, सांसद और यहां तक की गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) तक के पास गुहार लगाई है, लेकिन नतीजा एकदम जीरो है. सुप्रिया की बहन ने एक बार फिर से एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) को चिट्ठी लिखी है. साथ ही लोगों ने रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) से इस मामले की जांच करवाने की मांग की है.
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इतना ही नहीं ट्विटर पर #JusticeForSupriya टॉप ट्रेंड में है. ट्विटर पर कुछ लोग सीबीआई जांच की मांग भी कर रहे हैं. पुलिस की नाकामी के खिलाफ सुप्रिया के परिजन अब आवाज उठा रहे हैं. सुप्रिया के दोस्त और रिश्तेदार सोशल मीडिया पर एक मुहिम चलाकर इस मामले में पुलिस की नाकामी को सभी के सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला ?
22 साल की सुप्रिया तिवारी मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले की रहने वाली थी. सुप्रिया, भोपाल में पीएससी की तैयारी कर रही थी और गुजरात के कच्छ में अपनी दीदी के घर गई हुई थी. 2 मार्च को सुप्रिया तिवारी कच्छ से बस पकड़ कर अहमदाबाद पहुंची थी, जहां वह कालूपुर रेलवे स्टेशन से भोपाल जाने के लिए सोमनाथ एक्सप्रेस में बैठी थी. सुप्रिया की सीट सोमनाथ एक्सप्रेस के 3 एसी में बुक थी. सुप्रिया की बहन ने बताया कि 2 मार्च की शाम 7 बजे दोनों की फोन पर बात हुई थी. इसके बाद उन्होंने रात के करीब 10 बजे एक बार फिर सुप्रिया को फोन किया था, उस वक्त सुप्रिया का फोन बिजी जा रहा था.
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बहन को फोन पर मिली लापता होने की सूचना
रात के करीब 10 बजे जब सुप्रिया का फोन बिजी जा रहा था. उसके कुछ देर बाद किसी ने सुप्रिया की बहन को फोन कर बताया कि वह अपनी सीट से गायब है. कॉल करने वाले शख्स ने बताया कि सुप्रिया टॉयलेट गई थी और काफी देर बाद भी वह वापस नहीं लौटी. इसके बाद सुप्रिया की बहन ने लगातार पुलिस और रेलवे हेल्पलाइन पर कॉल कर मदद मांगी लेकिन कोई फायदा नहीं मिला. चलती ट्रेन से लापता होने के 3 दिन बाद उसका शव गुजरात के गोधरा और दाहोद के बीच लिमी खेड़ा के पास स्थित एक रेलवे ओवर ब्रिज के पास मिली.
परिजनों ने जताया हत्या का शक
इस पूरे मामले में एक महीने बाद भी पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली हैं. सुप्रिया के परिजन उसकी हत्या की बात कह रहे हैं. जबकि, पुलिस इस पूरे मामले को आत्महत्या के एंगल से भी जांच रही है. युवती की मौत के एक महीने बाद भी पुलिस के हाथों कोई ठोस जानकारी नहीं लगी है. लिहाजा, पुलिस इस पूरे मामले में अपनी नाकामी छिपाने के लिए लीपा-पोती कर रही है. इस पूरे मामले में सुप्रिया का परिवार इंसाफ की गुहार लगा रहा है.
HIGHLIGHTS
- 2 मार्च को कच्छ से भोपाल के लिए निकली थी
- 3 दिन बाद गोधरा और दाहोद के बीच मिला था शव