सूरत में 9 साल की बच्ची से बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गुजरात सरकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने मीडिया से कहा कि गुजरात पुलिस ने राजस्थान के गंगानगर जिले से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसे गुजरात लाया जाएगा।
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि सूरत पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि सभी आरोपी मूल रूप से राजस्थान के हैं।
पुलिस ने लड़की का शव 6 अप्रैल को सूरत के पंडेसरा इलाके में जीवा रोड के पास झाड़ियों में फेंका हुआ पाया था। लड़की के शव पर 86 से ज्यादा चोटें थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसके साथ बलात्कार किया गया और हत्या से पहले उसे यातना दी गई थी।
मामले में बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम (पॉस्को) के तहत बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है।
मंत्री ने कहा कि सूरत पुलिस व अहमदाबाद अपराध शाखा के 400 से ज्यादा कर्मियों ने इस मामले पर काम किया है।
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पुलिस ने शव के पाए जाने वाले स्थान से 3 किमी की परिधि के मोबाइल डाटा और सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। पुलिस ने एक सीसीटीवी फुटेज में इलाके में संदिग्ध तौर पर एक काली कार की गतिविधि पर अपना ध्यान लगाने के बाद मामले का खुलासा किया।
इससे पहले पुलिस ने संदेह जताते हुए कहा था कि लड़की ओडिशा, पश्चिम बंगाल या झारखंड में से कहीं की रहने वाली हो सकती है। इस मामले में आंध्र प्रदेश के व्यक्ति ने लड़की के अपनी बेटी होने का दावा किया है। सूरत पुलिस उसके दावे की जांच के लिए डीएनए जांच करा रही है।
जडेजा ने कहा, 'लड़की का शव जहां पाया गया था, वहां से कुछ किमी की दूरी पर 9 अप्रैल को एक महिला का गला हुआ शव पाया गया। हमारा मानना है कि वह लड़की की मां थी। हम डीएनए की जांच करेंगे।'
जडेजा ने कहा, 'हम फास्ट ट्रैक अदालत में मामले को आगे बढ़ाने के लिए एक विशेष सरकारी अभियोजक नियुक्त करेंगे।'
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Source : IANS