ट्रेडशिफ्ट के 45 वर्षीय सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ क्रिश्चियन लैंग पर एक पूर्व महिला कर्मचारी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला कर्मचारी के मुताबिक, क्रिश्चियन लैंग ने उसे शारीरिक प्रताड़ना से जुड़े एक कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के लिए मजबूर किया था. साथ ही महिला ने आरोप लगाया कि, कंपनी में उसके काम करने के दौरान उसे "unwanted sexual horror" से परेशान किया. दायर मुकदमे में महिला कर्मचारी ने पूर्व सीईओ पर उसे slavery contract साइन करने पर भी विवश किया, जिसमें क्रिश्चियन लैंग ने महिला को विभिन्न तरीकों से शारीरिक पीड़ा दी, उस पर पेशाब भी किया...
दरअसल कुछ महीने पहले ही, पीड़ित महिला को ट्रेडशिफ्ट कंपनी में बतौर कार्यकारी सहायक की नौकरी दी गई थी. इस नौकरी से पहले उसे जबरदस्ती, कई तरह के कॉन्ट्रैक्ट पेपर्स पर साइन करवाया गया था. इसे लेकर अब पीड़ित महिला कर्मचारी ने कंपनी के पूर्व सीईओ क्रिश्चियन लैंग के खिलाफ नौ पेज लंबे मुकदमे में अनुबंध का विवरण दिया गया है. इसमें महिला ने बताया है कि, कॉन्ट्रैक्ट में स्पष्ट किया है कि महिला को हमेशा अपने मालिक के लिए यौन रूप से मौजूद रहना होगा, वो उसे कभी इनकार नहीं कर सकती है.
शारीरिक प्रताड़ना का भयानक कॉन्ट्रैक्ट
एक पश्चिमी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने कथित तौर पर पूर्व सीईओ क्रिश्चियन लैंग पर शारीरिक प्रताड़ना का भयानक कॉन्ट्रैक्ट पर साइन कराने का आरोप लगाया है, जिसमें स्पष्ट किया गया था कि, कंपनी की कोई भी महिला कर्मचारी क्रिश्चियन लैंग को शारीरिक संबंध बनाने से इनकार नहीं कर सकती है.
इसके साथ ही कॉन्ट्रैक्ट में स्पष्ट किया गया था कि, महिला कर्मचारी को अपने मालिक के सामने "घुटने टेकना होगा", और पूछना होगा कि क्या वह उसके लिए कुछ कर सकती है. साथ ही उसमें ये भी कहा गया था कि, महिला को अपना वजन 58-70 किलोग्राम के बीच रखना जरूरी है. इसके साथ ही महिला कर्मचारी को लैंग के गुस्सा होने पर या उत्तेजित होने पर किसी भी तरह के दंड के लिए तैयार रहना होगा.
आखिर महिला ने साइन ही क्यों किया ऐसा कॉन्ट्रैक्ट?
बता दें कि महिला ने इस तरह के कॉन्ट्रैक्ट को साइन करने के पीछे की असल वजह भी बताई, जिसमें उसने कहा कि दरअसल उसे डर था कि, अगर वो इससे इनकार करती है तो, उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा. गौरतलब है कि यौन उत्पीड़न मामले की रिपोर्ट सामने आने के बाद लैंग को कंपनी के बोर्ड ने "gross misconduct" के आरोप में निकाल दिया था.
Source : News Nation Bureau