सरकार के तमाम दावों के बावजूद किसान आत्महत्या नहीं रुक रही है। पंजाब के गुरदासपुर जिले में रविवार को कर्ज से दबे एक किसान ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
किसान ने 7 लाख रुपये का कर्ज ले रखा था और कर्ज नहीं चुका पाने के कारण उसने यह कदम उठा लिया।
किसान गुरदासपुर जिले के माधेपुर गांव का था और उसके नाम पर दो एकड़ की जमीन थी।
वहीं पंजाब के ही लुधियाना में एक और किसान ने कर्ज में दबे होने के कारण ट्रेन के आगे कूदकर कथित तौर पर अपनी जान दे दी। वह दोराहा के मालीपुर गांव का रहने वाला था।
देश भर में रोजाना हर राज्यों में आत्महत्या की खबरें जारी हैं, लेकिन सरकारी दावों के आगे किसान दम तोड़ दे रहें हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में देश के अंदर 12,602 किसानों और कृषक मजदूरों ने आत्महत्या की थी। जिसमें किसानों की संख्या 8,007 थी जो कि साल 2014 के आंकड़ों (5,650) से कहीं ज्यादा है।
बीते साल जारी आंकड़ों के अनुसार देश में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु राज्यों में हुए थे।
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Source : News Nation Bureau