कर्नाटक के शिवामोग्गा में पुलिस ने आतंकवादी संगठन ISIS के दो समर्थकों माज मुनीर अहमद और यासीन को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पुलिस तीसरे आरोपी शारिक की तलाश कर रही है. पुलिस के मुताबिक शरिक, माज मुनीर और यासीन ISIS के समर्थक हैं और ISIS के विचारधारा को फैलाने का काम कर रहे थे. शिवामोग्गा रुरल पुलिस थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ आईपीएस की धारा 120B, 121, 121A r/w 34 IPC, 18, 38, 39 UAPA और sec 2 prevention of insult to national honours act के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
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शरिक शिवामोग्गा के तीर्थहल्ली का रहने वाला है. माज मुनीर ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और मंगलुरु का रहने वाला है, जबकि यासीन ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और शिवामोग्गा में ही रहता है.
जानें कैसे गिरफ्तार हुए माज मुनीर अहमद और यासीन
दरअसल, पुलिस 15 अगस्त को शिवामोग्गा में वीर सावरकर के पोस्टर को लेकर हुई हिंसा की जांच कर रही थी. इसी जांच के दौरान जांच टीम को इन तीनों आरोपियों के बारे में जानकारी मिली कि इनके पास एक्सप्लोसिव है और इन्होंने तिरंगे को जलाया था. पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढ़ाया तो पता चला कि शरिक इस गैंग का हेड है. इसके बाद पुलिस ने इन सभी पर नजर रखी और सोशल मीडिया अकाउंट्स की जानकारी हासिल की, जिसके बाद पुलिस को पता चला कि तीनों ISIS के समर्थक हैं और ISIS विचारधारा का प्रचार भी कर रहे थे.
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मंगलुरू में लश्कर तैयबा और तालिबान के समर्थक में बनाई गई. ग्रैफिटी के मामले में भी माज मुनीर और शरीक शामिल हैं. दोनों आरोपियों को अदलत पेश किया गया है.