Umesh Pal Murder Case : उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) को लेकर योगी सरकार (Yogi Government) काफी सख्त है. यूपी पुलिस (UP Police) की पकड़ से अब भी कई शूटर बाहर हैं. ऐसे में पूर्वांचल के बाहुबली माफिया डॉन अतीक अहमद के शूटर एक दूसरे से बातचीत करने के लिए एक अलग तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे पहले सिद्ध मूसेवाला मर्डर में शामिल आरोपियों ने भी इसी तरीके का उपयोग किया था.
उमेश पाल मर्डर केस में शामिल फरार शूटर अब पुलिस को चकमा देने के लिए वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VOIP) का इस्तेमाल कर रहे हैं. शूटर्स एक-दूसरे से संपर्क वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल से कर रहे हैं. आपको बता दें कि सिद्ध मूसेवाला हत्याकांड में भी शूटर्स ने VOIP कॉल का उपयोग किया था. पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसेवाला की हत्या में लारेंस विश्नोई का नाम ही सामने आया था.
वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VOIP) के बारे में सूचना मिलते ही जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. इसे लेकर जांच एजेंसी के अधिकारियों ने VOIP से खाड़ी देशों में बात कराने के लिए अवैध रूप से टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. वॉट्सएप कॉल से मोबाइल के ईएमआई नंबर से ट्रेस हो जाने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए शूटर VOIP की तकनीक का इस्तेमाल करके आसानी से बच जा रहे हैं. वर्चुअल नंबर और इंटरनेट कॉलिंग होने की वजह से इसे ट्रेस कर पाना भी आसान नहीं है.
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सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली है कि उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर बांग्लादेश भाग गए हैं. इस केस में शामिल फरार पांचों शूटर्स पर पांच पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, असद, अरमान और साबिर वॉयस एक-दूसरे से ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल से वार्ता कर रहे हैं. पुलिस और एसटीएफ की आंखों में शूटर्स लगातार अपग्रेडेड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर धूल झोंक रहे हैं.