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हैदराबाद के बाद अब बेंगलुरु हुआ शर्मसारः दादी को थी पोती की चाह, न हुई पूरी तो नवजात को छत से फेंका

बेंगलुरु में एक दादी बनने जा रही महिला को पोते की चाह थी, लेकिन बहू ने दिया बेटी को जन्म. बस, दादी ने मौका देखकर मां के नहीं रहने पर सात दिन की मासूम को छत से फेंक दिया.

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Nihar Saxena
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सांकेतिक चित्र( Photo Credit : (फाइल फोटो))

पूरा देश हैदराबाद में जानवरों की डॉक्टर के साथ पेश आई दरिंदगी से गुस्से में है. दोषियों के खिलाफ 'पाषाण युग' की याद दिलाती 'क्रूरतम सजा' देने की मांग उठ रही है. हालांकि अब उसी निकृष्टतम श्रेणी का एक अपराध बेंगलुरु में हुआ है, लेकिन समाज के 'ठेकेदार' खामोश हैं, क्योंकि इस अपराध के पीछे जो 'सोच' है, वह इस सभ्य समाज के हजारों-लाखों के मन की कहीं न कहीं दबी-छिपी इच्छा है. बेंगलुरु में एक दादी बनने जा रही महिला को पोते की चाह थी, लेकिन बहू ने दिया बेटी को जन्म. बस, दादी ने मौका देखकर मां के नहीं रहने पर सात दिन की मासूम को छत से फेंक दिया. मासूम को मौके पर ही मौत हो गई.

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60 साल की वृद्धा ने दिखाई क्रूरता

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बेटा-बेटी के बीच विभेद करती सोच से वशीभूत यह दिल दहलाने वाली घटना बेंगलुरु के मैदरहल्ली इलाके की है. वहां रहने वाली 60 साल की वृद्धा की बहू बच्चे को जन्म देने वाली थी. वृद्धा घर में किलकारियां तो चाहती थी, लेकिन पोते की. हुआ उलटा. महिला ने दे दिया बेटी को जन्म. बताते हैं कि पोती होने की नाखुशी वृद्धा ने अस्पताल में ही जता दी थी. खैर, वह बहू और पोती को लेकर घर चली आई. यह अलग बात है कि नवजात का मुंह देखने और उसकी देखभाल करने के बावजूद दादी का पौत्र मोह कम नहीं हुआ.

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नवजात को छत से फेंक दिया

पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक 30 नवंबर की देर शाम बहू वॉशरूम गई हुई थी, जब वह लौटी तो उसे अपनी नवजात बच्ची नहीं दिखी. वह उसे वृद्धा के हवाले करके गई थी. बच्ची को घर से गायब पाकर बहू ने रोना-पीटना शुरू कर दिया और अपने पति को फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी. पति ने भी बगैर देर किए पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच आसपास तलाश शुरू की, तो घर से सटे एक खाली प्लॉट पर नवजात पड़ी मिली. उसका आसपास खून बिखरा हुआ था. आनन-फानन पुलिस नवजात को लेकर अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद कह दिया कि बच्ची की मौत हो चुकी है.

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पुलिस के दबाव में गुनाह कबूला

इसके बाद पुलिस ने बहू और बेटे से बात की. फिर पड़ोसियों से पूछताछ करने पर साफ हो गया कि दादी को पोती की चाह थी. वह पोते के जन्म पर खुश नहीं थी. इसके बाद पुलिस ने जब वृद्धा से पूछताछ की, तो थोड़ी देर के बाद ही दबाव से दादी टूट गई और कबूल कर लिया कि उसने ही नवजात को छत से फेंक दिया था. पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर वृद्धा को गिरफ्तार कर लिया है. डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची को जन्म से ही पीलिया था, इस कारण उसे देखभाल की कहीं ज्यादा जरूरत थी.

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HIGHLIGHTS

  • बेंगलुरु की वृद्धा ने 7 दिन की नवजात को छत से फेंका.
  • उसे पोते की चाह थी, जबकि बहू ने दिया बेटे को जन्म.
  • पुलिस की पूछताछ में अपना गुनाह किया स्वीकार.
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