उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप के आरोप के मामले में सीबीआई को जांच सौंप दी गई है। इस बात की जानकारी प्रदेश के मुख्य गृह सचिव अरविंद कुमार ने दी।
उन्होंने इस बात की जानकारी दी है और कहा है कि पीड़िता परिवार के बयानों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Nobody is defending him(#KuldeepSinghSengar), all we are saying is that we have to hear both sides. Now case has been given to CBI, they will decide on arrest: OP Singh,UP DGP #UnnaoCase pic.twitter.com/8vBYvJdn4x
— ANI UP (@ANINewsUP) April 12, 2018
पुलिस ने आरोपियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि गैंगरेप के आरोपी विधायक को 'माननीय विधायक' कहकर संबोधित किया। इस पर जब उनसे सवाल किया गया है तो उन्होंने कहा विधायक फिलहाल केस में दोषी नहीं हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गृह सचिव अरविंद कुमार ने पूरी वारदात की सिलसेलेवार जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने जांच की है। पीड़िता ने जब पुलिस को इस बात की शिकायत की थी तब शिकायत में विधायक का नाम नहीं था।
#WATCH UP DGP OP Singh addresses BJP MLA Kuldeep Singh Senger as 'Mananiye (honourable)', later clarifies after objection by journalists, 'there is no harm in giving respect to an MLA even if he is an accused, he is not guilty yet' pic.twitter.com/OEVmd4zvXF
— ANI UP (@ANINewsUP) April 12, 2018
इसलिए विधायक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसके बाद तीन अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता के साथ मारपीट की घटना हुई। इस मारपीट में पीड़िता के पिता की मौत हो गई। इस मामले में तीन अलग-अलग जांच रिपोर्ट मांगी गई।
जेल में दाखिल होने से पहले पिता की पूरी तरह से चिकित्सकीय जांच नहीं की गई थी। जिला अस्पताल में भी उपचार के दौरान लापरवाही सामने आई है जिस पर सीएमएस और मेडिकल अफसर को सस्पेंड किया गया है।
गृह सचिव ने कहा, 4 जून की घटना की जांच के लिए सीबीआई को सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि इस दौरान एसआईटी भी जांच करती रहेगी। ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि सीबीआई गुण-दोष के आधार पर निर्णय लेगी कि विधायक की गिरफ्तारी होगी या नहीं।