उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के मोंठ के बम्हरौली गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक महिला ने अपने तीन बच्चों समेत खुद को लगा कर ख़ुदकुशी कर ली। मां समेत बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई है। यह घटना दोपहर करीब तीन बजे की है।
मृतका के पति ने आरोप लगाया है कि मोहल्ले के ही दो लोगों ने उसकी पत्नी के साथ बीते दो दिन पहले बलात्कार किया था। इसी वजह से उसकी पत्नी ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है।
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बम्हरौली के मुहल्ला भेटावागर में वीरेंद्र कुशवाहा अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ कच्चे मकान में रहता था। शरीर से विकलांग वीरेंद्र जनपद जालौन के उरई मुख्यालय पर संस्था में पल्लेदारी कर परिवार का भरण पोषण करता है।
बुधवार को सुबह सात बजे वीरेंद्र उरई चला गया था। घर पर उसकी पत्नी सुनीता (27) वर्ष एवं पुत्री नैन्सी (6 वर्ष), पुत्र गुल्लू (5 वर्ष) और डेढ़ वर्षीय पुत्री रौनक घर पर थी।
दोपहर करीब तीन बजे ग्रामीणों को अचानक वीरेंद्र के कच्चे मकान से आग की लपटें निकलती दिखाईं दीं। पड़ोस के लोगों ने धुआं निकलते देखा और उसके मकान की तरफ दौड़ पड़े। मकान का दरवाजा खुलवाने की कोशिश की पर वह अंदर से बंद था।
पड़ोसियों ने इस घटना की सूचना फायर ब्रिगेड को भी दी लेकिन तब तक आग बुझाई गई तब तक सुनीता के साथ ही उसके तीनों बच्चे नैन्सी, गुल्लू एवं रौनक के शरीर जलकर राख हो गए थे। कमरे में अंदर राशन और साइकिल रखी हुई थी, वह भी सब जल गया।
घटना की सूचना पाकर एसडीएम सुरेंद्र कुमार, सीओ आशापाल सिंह, नायब तहसीलदार सुनील कुमार, कोतवाल मुकेश वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मुहल्लेवासियों के सहयोग से चारों शवों को बाहर निकाला।
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Source : News Nation Bureau