Crime: इंटरनेट ने भले ही लोगों का काम आसान कर दिया हो, लेकिन कई लोगों के लिए यह क्राइम का सबसे बड़ा साधन बन गया है. देर रात तक बड़े-बड़े शहरों में लड़के-लड़कियां चैट करके दोस्ती करते हैं. लेकिन कई बार कुछ लोग इसे पैसे कमाने का धंधा भी बना रहे हैं. कई बार लड़कियां ऐसे जाल में फंस जाती हैं. जिनका अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो जाता है. ऐसी ही सोशल मीडिया की दोस्ती की कहानी हम यहां आपको बताने जा रहे हैं. जहां एक युवती ने सिर्फ 45 दिन की दोस्ती में 24 लाख रुपए गंवा दिये.. लड़के खिलाफ तहरीर दी गई है. लेकिन पुलिस भी ऐसे मामलों से पल्ला झाड़ लेती है. क्योंकि इसमें क्रिमिनल को सजा दिलवाना बहुत टेढी खीर होती है.
स्मार्ट बनाते हैं प्रोफाइल
इन दिनों लड़कियों को सोशल साइट्स पर स्मार्ट प्रोफाइल वाला लड़का खूब पसंद आ रहा है. लेकिन, कभी-कभी स्मार्ट प्रोफाइल से प्रभावित इन लड़कियों का डरावने सच से भी सामना करना पड़ता है. मामला गाजियाबाद के सिहानी गेट थाना क्षेत्र का है. जहां की लड़की 5 जुलाई को डेटिंग ऐप पर अपना एक अकाउंट बनाती है. लड़की को उसी दिन एक सुंदर प्रोफाइल वाला लड़का पसंद आ जाता है. लड़की तुरंत ही लड़के से चैटिंग भी शुरू कर देती है. चैटिंग में जब पता चलता है कि लड़का राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी में नौकरी करता है तो उसका खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. चंद दिनों में ही उसकी चैटिंग दोस्ती तक पहुंच जाती है.
पुलिस को बताई कहानी
पुलिस के दिये बयान में लड़की ने बताया कि 5 जुलाई को आकाश अग्रवाल नाम के लड़के से उसकी दोस्ती शुरू हुई. उसने अपने आपको एनएसए में मुख्य डाटा एनालिस्ट के पद पर कार्यरत बताया. उसने कहा कि उसके माता-पिता आर्मी में हैं. फिलहाल गलवान घाटी लद्दाख में तैनात हैं. हम दोनों की 9 जुलाई को कॉल पर पहली बार बात हुई. लेकिन, एक दिन अचानक ही उसका फोन आया. उसने कहा मेरा प्रमोशन होने वाला है इसलिए सैलरी अकाउंट 10 जुलाई तक फ्रीज कर दिया गया है. तुम कुछ पैसे भेज दोगे? मैंने 8500 रुपया भेजा दिया. उसके अगले ही दिन लड़का एक्सीडेंट का हावाला दिया तो मैंने 1960 रुपये ट्रांसफर कर दिया.
सिर्फ 45 दिन में भेज दिये 24 लाख रुपए
पुलिस को दिये बयान में लड़की ने बताया कि कुछ-कुछ पैसे करके उसने कुल 45 दिन में 24 लाख रुपए उसे ट्रांसफर किए. इसका पूरा रिकॅार्ड भी लड़की के पास है. शक होने पर छानबीन शुरू की तो पता पैरों तले से जमीन निकल गई. क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॅार्म पर बनी आईडी फेक थी. साथ ही उस नाम का कोई व्यक्ति था ही नहीं. धीरे-धीरे उसकी सच्चाई सामने आती गई. जब जाकर उसने पुलिस में तहरीर दी. फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है.