उत्तर प्रदेश सरकार ने माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board - यूपी बोर्ड) द्वारा संचालित स्कूलों की कक्षाओं में 6 से 12 तक 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम कम कर दिया है. बचे हुए 70 प्रतिशत कोर्स को तीन हिस्से में बांटा गया है. पाठ्यक्रम घटाए जाने से छात्रों को बहुत राहत मिली है. उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में 30 प्रतिशत तक कम कर दिया गया है. स्कूलों में जो बाकी 70 प्रतिशत कोर्स जो पढ़ाया जाएगा, उसे भी तीन भागों में विभाजित किया गया है.
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पहले भाग में पाठ्यक्रम का वह हिस्सा होगा, जिसे कक्षावार, विषयवार और अध्यायवार वीडियो बनाकर ऑनलाइन पढ़ाया जाएगा और स्वयंप्रभा व दूरदर्शन पर प्रसारित किया जाएगा. दूसरे भाग में वह हिस्सा होगा जो विद्यार्थियों द्वारा स्व-अध्ययन किया जा सकता है. वहीं तीसरे भाग में पाठ्यक्रम का वह हिस्सा होगा जो प्रोजेक्ट वर्क के माध्यम से छात्रों को दिया जा सकता है. पाठ्यक्रम में वह हिस्सा जो बच्चे पढ़ सकेगें. खुद समझ सकते हैं. कठिनाई आने पर शिक्षकों से बात कर सकेंगे.
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डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया, "विषय विशेषज्ञों की मदद से कक्षावार, विषयवार और अध्यायवार शैक्षिक कैलेंडर तैयार किया जा रहा है. हर माह छात्रों को कितना कोर्स पढ़ाया जाएगा, इसका पूरा ब्योरा शैक्षिक कैलेंडर में होगा. शिक्षक पढ़ाई ढंग से करा रहे हैं या नहीं, इसकी मॉनीटरिंग के लिए विद्यालय, जिला, मंडल व राज्य स्तर पर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को निर्मित किया जाएगा. विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रत्येक कक्षा के लिए प्रश्नबैंक बनाकर माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा."
Source : IANS