केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाओं को लेकर आज शिक्षा मंत्रालय की तरफ से फैसला लिया जाएगा. आज केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई के बीच अहम बैठक होनी है. माना जा रहा है कि एग्जाम सीमित विषयों और एक एग्जामिनेशन कक्ष में सीमित छात्रों के साथ करवाए जा सकते हैं. हालांकि कुछ राज्यों ने ऑनलाइन एग्जाम लेने, पुरानी परीक्षाओं के आधार पर अंक देने और टीकाकरण करने का भी प्रस्ताव रखा है तो कई छात्र व संगठन 12की बोर्ड परीक्षा रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं. वहीं सीबीएसई यह परीक्षाएं करवाने की पक्षधर है.
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इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने देशभर में फैले कोरोना संक्रमण को देखते हुए 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 1 जून तक स्थगित करने का फैसला किया था. यही कारण है कि अब 1 जून को होने जा रही सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय की इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हैं. इससे पहले केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों का पक्ष जानने के लिए उनके साथ एक विशेष बैठक की थी. 23 मई को हुई इस चर्चा की अध्यक्षता केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी. बैठक में सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शामिल हुए.
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शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों से इस विषय में 25 मई तक अपने सुझाव देने को कहा था. कई राज्यों ने डेढ़ घंटे की परीक्षा और 19 मुख्य विषयों के ही एग्जाम लेने की बात कही है. राज्यों के परामर्श के बाद सीबीएसई 12वीं के लिए केवल प्रमुख विषयों की परीक्षा कराने को राजी हो सकती है. सीबीएसई 12वीं बोर्ड के लिए कुल 174 विषय की परीक्षा होती है. वहीं फिक्की ने भी इस विषय पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से संपर्क किया है. फिक्की ने पत्र लिखकर मंत्रालय से कहा कि 12वीं का रिजल्ट जारी करने में देरी होने पर करीब दो लाख छात्र विदेश पढ़ने नहीं जा पाएंगे. इसलिए जुलाई मध्य तक सीबीएसई 12बोर्ड का रिजल्ट जारी कर देना चाहिए.
HIGHLIGHTS
- CBSE 12वीं बोर्ड एक्जाम को लेकर फैसला आज
- आज शिक्षा मंत्रालय लेगा परीक्षा पर फैसला
- CBSE बोर्ड और शिक्षा मंत्रालय के बीच बैठक