केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने जामिया मिलिया इस्लामिया को लेकर एक अहम निर्णय लिया है. सीबीएसई द्वारा लिए गए फैसले के मुताबिक जामिया स्कूल से दसवीं और बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को सीबीएसई स्कूलों जैसी ही मान्यता प्रदान की जाएगी. जामिया स्कूल के छात्रों को देश भर के स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों व अन्य सभी शिक्षण संस्थानों यह मान्यता हासिल होगी. जामिया मिलिया इस्लामिया के सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी परीक्षा प्रमाण पत्रों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई से समकक्षता प्रमाणपत्र पर स्वीकृति मिली. सीबीएसई ने जामिया प्रशासन के अनुरोध पर यह निर्णय लिया है.
सीबीएसई के इस महत्वपूर्ण निर्णय से जामिया को वैधानिक रूप से स्कूली शिक्षा कार्यक्रम, यानी दसवीं और बारहवीं कक्षा के संचालन करने का अधिकार प्राप्त हुआ. सीबीएसई द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि पारस्परिकता के आधार पर, जामिया से उत्तीर्ण छात्रों को सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में 11वीं कक्षा में प्रवेश लेने की अनुमति है. इस पर संतोष व्यक्त करते हुए जामिया की कुलपति प्रो नजमा अख्तर ने कहा कि विश्वविद्यालय ने समकक्ष प्रमाणपत्र पर मंजूरी के लिए सीबीएसई से संपर्क किया था. इसका कारण यह है कि 10वीं और 12वीं हमारे स्कूलों से पास करने वाले कई छात्रों को कुछ स्कूलों और कॉलेजों द्वारा समकक्षता के आधार पर प्रवेश देने से इनकार करने की शिकायत मिली थी. कुलपति ने कहा, मुझे खुशी है कि अब से हमारे छात्रों को इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.
गौरतलब है कि बुधवार से देशभर में सीबीएसई 12वीं के मेजर विषयों की परीक्षा शुरू हो चुकी है. बुधवार को छात्र समाजशास्त्र की परीक्षा में शामिल हुए थे. 3 दिसंबर को इंग्लिश की परीक्षा थी. 6 दिसंबर को गणित, 7 को फिजिकल एजुकेशन, 8 को बिजनेस स्टडी, 9 को ज्योग्राफी, 10 को फिजिक्स, 11 को साइकोलॉजी, 13 को अकाउंटेंसी, 14 को केमिस्ट्री, 15 को इकोनोमिक्स और 16 को हिंदी की परीक्षा ली जाएगी. 17 दिसंबर को राजनीतिक विज्ञान, 18 को बायोलॉजी, 20 दिसंबर को इतिहास, 21 दिसंबर को कंप्यूटर साइंस और 22 दिसंबर को आखिरी परीक्षा होम साइंस की ली जाएगी. 12वीं कक्षा के छात्रों की यह परीक्षाएं 22 दिसंबर तक चलेंगी. इस दौरान 19 मुख्य विषयों की परीक्षा ली जा रही है. सीबीएसई बोर्ड की यह परीक्षाएं केवल ऑफलाइन मोड में आयोजित की जा रही हैं. इन परीक्षाओं में ओआरएम शीट का इस्तेमाल किया जा रहा है. सीबीएसई के मुताबिक इस बार बोर्ड परीक्षा के छात्रों को 20 मिनट का रीडिंग टाइम दिया गया है. शुरू हो चुकी पहले चरण की बोर्ड परीक्षाओं में बहुविकल्पीय वस्तुनिष्ठ प्रश्न (एमसीक्यू) पूछे जा रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- दसवीं और बारहवीं कक्षा पास छात्रों को सीबीएसई मान्यता
- सीबीएसई ने जामिया प्रशासन के अनुरोध पर किया निर्णय