देश में कोरोना की दूसरी लहर बड़ी तेजी के साथ बढ़ रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण कई राज्यों सहित CBSE बोर्ड ने भी 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी हैं. इसके साथ ही 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है. CBSE बोर्ड के बाद अब सभी की निगाहें CISCE बोर्ड की परीक्षाओं पर टिकी हुई हैं. भारतीय विद्यालय परीक्षा प्रमाण-पत्र परिषद (CISCE) द्वारा कोरोना को लेकर देश में बने हालातों पर समीक्षा की जा रही है. सीआईएससीई द्वारा जल्द ही 10वीं तथा 12वीं की बोर्ड की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर फैसला किया जाएगा. CISCE आज अपनी परीक्षाओं पर फैसला सुना सकता है.
ये भी पढ़ें- History: आज ही के दिन सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक का जन्म हुआ था, पढ़ें 15 अप्रैल का इतिहास
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय विद्यालय परीक्षा प्रमाण पत्र परिषद ने बुधवार को कहा कि वह कोरोना के मौजूदा हालात की समीक्षा कर रहा है. बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में जल्द की निर्णय किया जाएगा. बोर्ड परीक्षाओं पर सीबीएसई की ओर से फैसला लेने के बाद सीआईएससीई ने यह कहा है. वहीं सीआईसीएसई के मुख्य कार्यकारी एवं सचिव गैरी एराथून ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों और मौजूदा हालात की समीक्षा की जा रही है.
उन्होंने कहा कि आज होने वाली बैठक के बाद ही 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला किया जाएगा. उन्होंने बताया कि तय शेड्यूल के अनुसार सीआईएससीई की 10वीं की परीक्षाएं 5 मई 2021 और 12वीं की परीक्षाएं 8 अप्रैल 2021 से शुरू हो चुकी हैं. अब इसमें कोई बदलाव करना है या नहीं, इसका निर्णय बैठक में लिया जाएगा.
ये भी पढ़ें- क्या होता है ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया प्रोसेस, CBSE बोर्ड कैसे देगा 10वीं के छात्रों को अंक
इससे पहले सीबीएससी (CBSE) ने बुधवार को 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द कर दीं हैं और इन दसवीं के विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्याङ्कन के आधार पर ही अगली कक्षा में प्रमोट करने फैसला किया है. सीबीएसई ने फिलहाल 12वीं की परीक्षाएं 1 जून तक के लिए स्थगित की हैं. कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण की स्थिति में परीक्षाओं के लिए संशोधित डेटशीट जारी की जा सकती है. बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन का फैसला 1 जून के बाद ही लिया जाएगा.
10वीं के छात्रों को बोर्ड ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया प्रोसेस के तहत अंक देकर प्रमोट करेगा. बोर्ड द्वारा बनाये गये ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया प्रोसेस पर छात्रों को मार्क्स दिए जाएंगे. अगर मार्क्स से वो संतुष्ट नहीं होंगे तो उन्हें परीक्षा में बैठने का मौका दिया जायेगा. इसके लिए बोर्ड द्वारा बनाए गए ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया (Objective Criteria) प्रोसेस पर छात्रों को मार्क्स दिए जाएंगे. अगर मार्क्स से वो संतुष्ट नहीं होंगे तो उन्हें परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा.
HIGHLIGHTS
- CISCE बोर्ड की परीक्षाओं पर आज होगा फैसला
- कोरोना के कारण CBSE ने टाली परीक्षाएं
- CBSE ने 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर दीं