केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2021-22 के शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं (Board Exams) को दो अलग-अलग चरणों में विभाजित किया है, लेकिन शिक्षा मंत्रालय केवल एक चरण की परीक्षा चाहता है, जैसे कि यह महामारी के पहले था. मंत्रालय के निर्देशों के बाद सीबीएसई अगले साल से बोर्ड परीक्षाओं को महामारी के पहले प्रारूप को बहाल कर सकता है. सीबीएसई द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के पुराने पैटर्न को बहाल करने के बाद, छात्रों के लिए न तो दो चरण और न ही लचीला व्यावहारिक पैटर्न उपलब्ध होगा.
अगले साल से एक बार में ही होगी बोर्ड परीक्षाएं
शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार 2022-23 शैक्षणिक सत्र से कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए एकल अवधि की बोर्ड परीक्षा वापस आ सकती है. वर्तमान शैक्षणिक सत्र के लिए बोर्ड परीक्षा का पहला चरण पिछले साल दिसंबर में पूरा हुआ था. सीबीएसई के मुताबिक दूसरे चरण की परीक्षा 26 अप्रैल से ऑफलाइन मोड में शुरू होगी. गौरतलब है कि 2020 और 2021 में कोविड-19 महामारी के कारण बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की जा सकी.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में की गई थी सिफारिश
छात्रों का मूल्यांकन पिछली परीक्षाओं, प्रैक्टिकल परीक्षाओं और आंतरिक मूल्यांकन में उनके अंकों के आधार पर किया गया था. अब मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बोर्ड ने वापस पुराने पैर्टन पर लौटने का फैसला किया है. इसके अनुसार अब साल में पिछले वर्षों की तरह फरवरी-मार्च में एक बार एग्जाम कराए जाएंगे. हालांकि पहले ऐसी अटकलें थीं कि बोर्ड भविष्य में भी दो टर्म की परीक्षाएं आगे भी जारी रह सकती हैं, क्योंकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इस कदम की सिफारिश की गई थी.
HIGHLIGHTS
- 2020 और 2021 में कोरोना की वजह से नहीं हुईं बोर्ड परीक्षाएं
- अगले शैक्षणिक सत्र से एक बार में ही होगी सीबीएसई बोर्ड परीक्षा
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी इस कदम की सिफारिश की गई थी