मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने फैसला लिया है कि हाईस्कूल 10वीं की परीक्षा नहीं होगी. आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर इसका परिणाम तैयार किया जाएगा. वहीं, हायर सैकेंडरी परीक्षा को स्थगित किया गया है. प्रदेश शिक्षा विभाग की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए हाईस्कूल की परीक्षा नहीं कराने का फैसला लिया गया है. इस कक्षा के छात्रों के अर्धवार्षिकीय परीक्षा, प्री बोर्ड परीक्षा, यूनिट टेस्ट और आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार किया जाएगा. वहीं हायर सैकेंडरी 12वीं की प्रायोगिक और सैद्धांतिक परीक्षा आगामी आदेश तक के लिए स्थगित कर दी गई है. कोरोना संक्रमण की स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा आयोजन की सूचना 20 दिन पहले दी जाएगी.
12वीं बोर्ड परीक्षा पर कोई नया निर्णय नहीं, अफवाह पर ध्यान न दें: CBSE
सीबीएसई का कहना है कि 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर फिलहाल कोई नया निर्णय नहीं लिया गया है. परीक्षाओं को रद्द करे जाने जाने की खबरों को बोर्ड ने अफवाह करार दिया है. बोर्ड का यह भी कहना है कि इस विषय में कोई अन्य नया निर्णय भी नहीं लिया गया है. सीबीएसई ने बारहवीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में कुछ मीडिया रिपोटरें का जवाब देते हुए यह बात कही है. सीबीएसई ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि '' यह स्पष्ट किया जाता है कि सीबीएसई कक्षा 12 परीक्षाओं के संबंध में ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है जैसा कि मीडिया के कुछ वर्गों में अनुमान लगाया जा रहा है. इस मामले में लिया गया कोई भी निर्णय आधिकारिक तौर पर जनता को सूचित किया जाएगा.''
गौरतलब है कि बीते दिनों सोशल मीडिया समेत कई स्थानों पर बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर विभिन्न अपुष्ट सूचनाएं जारी की गई. सीबीएसई बोर्ड ने इस प्रकार की सभी सूचनाओं को खारिज किया है. सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों से कहा है कि ''केवल सही एवं सटीक सूचनाओं पर ही विश्वास करें. छात्रों से जुड़ी प्रत्येक जानकारी सीबीएसई अपनी वेबसाइट पर साझा करती है. सही जानकारी के लिए छात्र सीबीएसई की वेबसाइट चैक करते रहें.''
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं. वहीं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा यह फैसला छात्रों एवं शिक्षकों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए लिया गया है.
Source : News Nation Bureau