मध्य प्रदेश ( Madhya Pradesh ) में कोरोना महामारी के चलते पहले स्थगित और फिर रद्द हुई 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं के बाद वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धति से रिजल्ट को लेकर छात्रों का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है. मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं की परीक्षा का परिणाम जारी करने की तारीख घोषित कर दी है. मध्य प्रदश में दसवीं बोर्ड की परीक्षाओं का परिणाम ( 10th Class Exam Result ) 14 जुलाई यानी कल जारी किया जाएगा. माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड ( Madhya Pradesh Education Board ) शाम 4 बजे 10वीं का रिजल्ट घोषित करेगा.
यह भी पढ़ें : 12 सितंबर को होगा NEET (UG) का एग्जाम, आज शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
छात्र यहां देख सकते हैं अपना रिजल्ट
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने विद्यार्थी और अभिभावकों के लिए विभिन्न पोर्टल के माध्यम से परीक्षा परिणाम जानने की सुविधा उपलब्ध कराई है. विद्यार्थी और अभिभावक एमपी बोर्ड के पोर्टल https://mpbse.mponline.gov.in, www.mpbse.nic.in और www.mpresults.nic.in पर अपने परीक्षा परिणामों को देख सकते हैं.
10वीं का बोर्ड रिजल्ट ऐसे चेक करें
- पहले आधिकारिक वेबसाइट mpbse.nic.in पर जाएं.
- यहां MPBSE क्लास 10 रिजल्ट के हाईपरलिंक पर क्लिक करें.
- नई विंडो खुलने के बाद अपना रोल नंबर या एप्लीकेशन नंबर लिखने के बाद सबमिट पर क्लिक करें.
- इसके बाद MPBSE 10वीं रिजल्ट 2021 न्यू टैब में ओपन होगा. जहां आपका रिजल्ट दिख जाएगा.
- अपना रिजल्ट चेक करने के बाद इसका प्रिंटआउट लेकर रख लें.
मोबाइल एप पर देखें परीक्षा परिणाम
सभी विद्यार्थी MPBSE MOBILE ऐप या MP Mobile ऐप पर 'Know Your Result' का चयन करने के बाद अपना अनुक्रमांक और आवेदन क्रमांक दर्ज कर परीक्षा परिणाम जान सकेंगे.
यह भी पढ़ें : बिहार में आज से खुलेंगे स्कूल और कॉलेज, इन निर्देशों का करना होगा पालन
ऐसे तैयार किया गया परीक्षा परिणाम
गौरतलब है कि महामारी के चलते पूरा शैक्षणिक वर्ष 2020-21 बाधित रहा है. इस दौरान बच्चों की परीक्षा के लिए पढ़ाई नहीं हो पाई. इसको ध्यान में रखते हुए कोरोना संकट के कारण परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया था. रद्द हुई बोर्ड परीक्षाओं के लिए वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धति की घोषणा की गई. मध्य प्रदेश में 10वीं का बोर्ड रिजल्ट एक पद्धति के आधार पर तैयार किया गया है. मध्य प्रदेश बोर्ड द्वारा जारी ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया के अनुसार, रिजल्ट तैयार करने में उनके मिड टर्म एग्जाम, यूनिट टेस्ट और इंटर्नल एसेसमेंट के मार्क्स को जोड़ना है. 50 फीसटी वेटेज प्री-बोर्ड के मार्क्स को, 30 फीसदी वेटेज यूनिट टेस्ट को और शेष 20 फीसदी वेटेज इंटर्नल एसेसमें को दिया जाना है.