राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) छात्रों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए ‘सर्वांगीण मूल्यांकन’ की रूपरेखा तैयार कर रही है. इसमें हर कक्षा में बच्चों का एक पोर्टफोलियो तैयार किया जायेगा जिसमें बच्चों की अलग प्रतिभाओं, नेतृत्व गुण सहित अन्य सबल पक्षों का उल्लेख होगा. एनसीईआरटी के निदेशक ऋृषिकेश सेनापति ने कहा, ‘‘हम शिक्षा में बच्चों के समग्र विकास की बात करते हैं. लेकिन पठन-पाठन में अधिक बातें तार्किक एवं अकादमिक विषयों से जुड़ी होती हैं. बच्चे को कितने अंक आए और ज्यादा अंक कैसे आएं - इस बात पर ज्यादा जोर होता है.’’
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उन्होंने कहा कि बच्चे के सामाजिक-व्यक्तिगत गुण कैसे हैं ? उसमें मेलमिलाप की प्रकृति कैसी है ? बच्चा अच्छा नागरिक और अच्छा मनुष्य कैसे बनेगा....इस पर ध्यान कम होता है. सेनापति ने कहा, ‘‘ अब हम ऐसे ‘सर्वांगीण मूल्यांकन’ की रूपरेखा तैयार करने पर काम कर रहे हैं जिसमें बच्चों की अकादमिक क्षमता के साथ शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, सौंदर्यबोध, सामाजिक-व्यक्तिगत गुणों पर भी ध्यान दिया जायेगा.’’
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उन्होंने कहा, ‘‘इस पर काम शुरू किया गया है. इस प्रक्रिया को लेकर विचार विमर्श चल रहा है.’’ एनसीईआरटी के निदेशक ने कहा कि इसमें बच्चों की रचनात्मकता पर खास ध्यान दिया जायेगा. सेनापति ने कहा, ‘‘ पहले से ही हम सतत समग्र मूल्यांकन पर जोर दे रहे हैं. तब हम बच्चों का व्यवस्थित पोर्टफोलियो तैयार करेंगे जिसमें बच्चे का पूरा रिकार्ड होगा.
Source : Bhasha